नई दिल्ली। नरेन्द्र मोदी ने वर्ल्ड कप में पाकिस्तान से जीत पर भारतीय टीम को बधाई दी और इस शोरगुल के बीच कंपनियों ने धीरे से पेट्रोल/डीजल के दाम बढ़ा दिए। इसी के साथ बढ़ गए वो टैक्स जो पेट्रोल/डीजल के दाम घटते ही बढ़ाए गए थे।
पेट्रोल की मूल कीमत में 82 पैसे प्रति लीटर और डीजल में 61 पैसे की बढ़ोत्तरी की गई है। टैक्स मिलाकर आपके राज्य और शहर में यह कितनी होगी, केल्कुलेट करने की जरूरत है। बढ़ी हुई कीमतें रविवार रात 12 बजे से लागू होंगी।
पेट्रोल की कीमत में 8 महीने बाद बढ़ोतरी हुई है। इससे पहले बीते साल जुलाई में इसके दाम बढ़े थे। उसके बाद से अतंर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट आने की वजह से लगातार 10 बार पेट्रोल की कीमतें घटी थीं। डीजल के दाम भी खासे कम हुए थे। सरकार ने इसका सीधा लाभ जनता तक नहीं पहुंचने दिया था और टैक्स बढ़ाकर कीमतें यथावत कर दीं थीं।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि पेट्रोल और डीजल दोनों की अतर्राष्ट्रीय कीमतों में वृद्धि हुई है और रुपया-डॉलर विनिमय दर भी पिछले कीमत संशोधन के बाद से घटा है। पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी के लिए यही कारण जिम्मेदार हो सकते हैं।
एक्सपर्ट्स ने यह भी बताया कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार का काफी बारीकी से अध्ययन किया जा रहा है और जैसे ही तेल की कीमतों और रुपया-डॉलर विनिमय दर में कोई परिवर्तन होगा, उसका असर फ्यूल प्राइस पर निश्चित तौर पर पड़ेगा।
और जैसे जैसे दाम बढ़ते जाएंगे, टैक्स अपने आप बढ़ता जाएगा।