भोपाल। मध्य प्रदेश दिल्ली चुनाव के मंगलवार को घोषित होने वाले नतीजों से पहले भाजपा में हार-जीत की जिम्मेदारी को लेकर जंग छिड़ी हुई है। हरियाणा चुनाव में भाजपा प्रभारी रहे और दिल्ली चुनाव में भाजपा के पक्ष में माहौल बनाने में जुटे रहे मध्यप्रदेश के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय अब मोदी सरकार के बचाव में उतर आए हैं।
विजयवर्गीय का कहना है कि दिल्ली चुनाव मोदी सरकार को आधार बनाकर नहीं लड़ा गया है। बल्कि दिल्ली चुनाव भाजपा संगठन के बैनर तले लड़ा गया है, ऐसे में चुनाव में जीत और हार का जिम्मा संगठन का होगा। याद दिला दें कि दिल्ली का चुनाव भाजपा नहीं बल्कि संघ के बेनर तले लड़ा गया। दिल्ली भाजपा के दिग्गजों को किनारे कर संघ ने अपने तई प्रभारियों को नियुक्त किया और पहली बार दिल्ली में देश भर के संघियों को जमा कर स्पष्ट संदेश दिया कि यह चुनाव संघ लड़ रहा है। अब यदि कैलाश विजयर्गीय कहते हैं कि जिम्मेदार संगठन होगा तो इसका अर्थ यह भी निकाला जा सकता है कि संगठन से तात्पर्य भाजपा नहीं बल्कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ है।
विजयवर्गीय ने माना है कि दिल्ली चुनाव में वोटों के ध्रुवीकरण के कारण दूसरी पार्टियों का वोट शेयर बढ़ा है और कमजोर कांग्रेस का वोट भी अन्य के खाते में गया है। हालांकि विजयवर्गीय मान रहे हैं कि दिल्ली चुनाव में भाजपा का भी वोट प्रतिशत बढ़ा है और नतीजे भाजपा के भी पक्ष में आ सकते हैं।
गौतरलब है कि मध्यप्रदेश से भाजपा नेताओं ने दिल्ली की सर्दी में चुनाव में इस बार जमकर पसीना बहाया है। ऐसे में एग्जिट पोल के सर्वे से अब नेताओं की नींद उड़ी हुई है।