सागर। फर्जी दस्तख्त कर पैसे निकालने अथवा झूठे दस्तावेज तैयार करने के मामले सामने आते रहे हैं लेकिन अब सागर जिले में एक ऐसा मामला प्रकाश में आया है जिसमें कलेक्टर के ही फर्जी हस्ताक्षर कर संविदा शिक्षक वर्ग 3 की नियुक्ति पा ली। इतना ही नहीं जनपद पंचायत मे हुई इस घटना में संबंधित अधिकारियों ने उसे ज्वाइन भी करा दिया।
मामले का भेद खुला तो कलेक्टर ने संबंधित जनपद पंचायत के सीईओ को न केवल कारण बताओ नोटिस जारी किया है बल्कि इस मामले में एफआईआर कराने के निर्देश भी दिए हैं।
मिली जानकारी के अनुसार जनपद पंचायत राहतगढ में कलेक्टर के फर्जी हस्ताक्षर से जारी नियुक्ति आदेश के आधार पर संबंधित कर्मचारी की उपस्थिति मान्य किये जाने के संबंध में कलेक्टर अशोक कुमार सिंह ने सीईओ राहतगढ सिकन्दर खान को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
अपर कलेक्टर संदीप माकिन ने बताया कि जनपद पंचायत राहतगढ में कलेक्टर के फर्जी हस्ताक्षर से जारी एक नियुक्ति आदेश पृ.क्र./1323 क/स्था./14 सागर 8 अक्टूबर के आधार पर मनीषा पुत्री भारत सिंह लोधी निवासी ग्राम खेजरा माफी तहसील राहतगढ द्वारा संविदा सहायक वर्ग-3 के पद पर 20 अक्टूबर 2014 से कार्य किया जाना पाया गया है। इस पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जनपद पंचायत राहतगढ को उक्त फर्जी नियुक्ति आदेश के संबंध में एफ.आईआर दर्ज कराये जाने एवं तथाकथित आदेश के आधार पर मनीषा की संविदा सहायक वर्ग-3 के पद पर उपस्थिति मान्य किये जाने के कारण कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब देने को कहा है। इस मामले में सवाल यह खड़े हो रहे हैं कि कलेक्टर के हस्ताक्षर, सील ठप्पे वाला आदेश अधिकारी की नजरों से चूक कैसे गया। जिस तरह यह मामला सामने आया है संभवत: जिले में और भी कई ऐसे मामले हो सकते हैं।