इंदौर। अब प्राइवेट छात्रों को भी रेगुलर डिग्री मिल सकती है। इसके लिए कॉलेज में तीसरे या पांचवें सेमेस्टर में प्रवेश लेना होगा। उच्च शिक्षा विभाग स्नातक और स्नातकोत्तर कोर्सेस के लिए यह व्यवस्था लागू करने जा रहा है। प्रदेशभर की यूनिवर्सिटीज और कॉलेजों में आदेश पहुंचा दिया गया है। छात्र स्नातकोत्तर में विज्ञान और प्रायोगिक विषयों को छोड़कर नियमित प्रवेश ले सकेंगे।
प्रदेश में 2 लाख और शहर के 40 हजार छात्रों को आगामी सेमेस्टर से राहत मिलने जा रही है। अभी तक प्राइवेट छात्रों को रेगुलर करने में कॉलेज आनाकानी करते थे, लेकिन अब वे तीसरे या पांचवें सेमेस्टर में नियमित प्रवेश देने से मना नहीं कर सकेंगे। स्नातक कोर्सेस में पहला-दूसरा सेमेस्टर पूरा होने के बाद छात्र तीसरे सेमेस्टर से रेगुलर होना चाहते हैं तो कॉलेज की रिक्त सीट पर प्रवेश ले सकेंगे। स्नातकोत्तर स्तर पर भी दो सेमेस्टर प्राइवेट करने के बाद तीसरे सेमेस्टर से नियमित प्रवेश लिया जा सकता है।
बढ़ेंगे छात्र
प्राइवेट छात्रों को कोर्स के बीच रेगुलर एडमिशन देने का अब तक कोई लिखित स्पष्ट आदेश नहीं था। इससे प्राइवेट छात्रों को रेगुलर एडमिशन नहीं मिल पा रहा था। हमने कुलाधिपति से अनुमोदन लेकर अगले सेमेस्टर से यह व्यवस्था लागू करने के लिए पूरे प्रदेश के विश्वविद्यालयों और कॉलेजों को आदेश भेज दिया गया है। इससे उच्च शिक्षा में छात्रों की संख्या में बढ़ोतरी होगी।
केके सिंह, प्रिंसिपल सेक्रेटरी, उच्च शिक्षा विभाग
होंगे कई फायदे
प्राइवेट छात्रों को बीच कोर्स में रेगुलर एडमिशन लेने का पूरा अधिकार है, लेकिन कई विवि और कॉलेज इससे बचते रहे हैं। उच्च शिक्षा विभाग ने अगर कुलाधिपति से अनुमोदन लेकर इसे लागू कर दिया है तो इससे कई फायदे होंगे।
डॉ. भरत छपरवाल, पूर्व कुलपति, देवी अहिल्या विवि