अमित शर्मा/झाबुआ। समूचे अंचल में फाल्गुनी हवाओं के साथ उडती हुई धूल संकेत दे रही है कि अब सर्दी के दिन लद गये है। खेतों में फसलें भी पक चुकी है। तथा होली के साथ ही भगोरिया की रंगत में पूरा ही अंचल दिखाई देने लगा है।
जिले से काम की तलाश में गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान, मालवाचंल में गये मजदूर भी अपने इस सांस्कृतिक पर्व में शामिल होने के अपने अपने गांव लौटने लगे है। रेलगाडिया, बसों एवं जीपों से आदिवासियों के जत्थे लौट रहे है। मेघनगर रेलवे स्टेशन, थांदला रोड एवं बामनिया में अब वापस लौटने वालों की भीड दिखाई दे रही है।
हाटबाजारों जैसा माहौल अब प्रतिदिन दिखाई देने लगा है और लोग भगोरिया पर्व की आमद को लेकर उत्साह के साथ बाजारों मे खरीदी करते हुए दिखाई देने लगे है। पंचायती चुनाव भी निपट चुके है, जीते हुए पंचों, सरपंचों के विजय जुलुस भी धुमधाम से निकाले जारहे है और आदिवासी समाज में एक दूसरे को परस्पर बधाईया देने का सिलसिला भी दिखाई दे रहा है। झाबुआ नगर में इन दिनों हाट बाजार जेसा ही माहौल दिखाई दे रहा है ।तथा नये कपडे, गहने एवं अन्य साजों सामान की खरीदी मे जुटे हुए है। युवतियों द्वारा श्रृंगार प्रसाधन की जमक र खरीदी की जा रही है।
अर्थव्यवस्था को मिलेगा लाभ
बाहर काम पर गये ग्रामीण जन अच्छी कमाई करके अपने अपने घरों को लौट रहे है। होली एवं भगोरिया पर्व इनके लिये बडा ही महत्वपूर्ण अवसर होता है । अपनी कमाई से यहां आकर वे जमकर खरीददारी करेगें जिससे व्यापारियों के चेहरों पर भी चमक दिखाई देने लगी है। भगोरिया पर्व तक पूरे अंचल में कारोबार में अच्छा उछाल रहेगा । वही षीतल पेय, आईस्क्रिम, कुल्फी के अलावा बीयर एवं शराब का उठाव भी होने से व्यापारियों को लाभ होगा।
आगामी 27 फरवरी से पूरे अंचल में भगोरिया हाटों का सिलसिला षुरू हो जावेगा। त्यौहारों का पहला भगोरिया 27 फरवरी षुक्रवार को भगोर, बेकलदा, मांडली एवं कालीदेवी में भरेगा। 28 फरवरी शनिवार को मेघनगर, रानापुर, बामनिया,झकनावदा, बलेडी में, 1 मार्च रविवार को झाबुआ ,ढोलियावाड, रायपुरिया एवं काकनवानी में भगोरिये की मस्ती दिखाई देगी। 2 मार्च सोमवार को पेटलावद, रंभापुर, मोहनकोट, कुंदनपुर, रजला एवं बेडावा में तथा 3 मार्च मंगलवार को थांदला, पिटोल, खरडू बडी, तारखेडी एवं बरवेट में भगोरिया मेला होगा। 4 मार्च बुधवार को कल्याणपुरा, उमरकोट, माछलिया, करवड, बोडायता,मदरानी एवं ढेकल में भगोरिया पर्व मनेगा तथा अन्तिम भगोरिया 5 मार्च गुरूवार को पारा, हरिनगर, सारंगी, समोई एवं चेनपुरा में आयोजित होगा। पिछले तीन बरसों से प्रदेष का पर्यटन विभाग भगोरिया उत्सव को प्रमोट करता आरहा है। देषी-विदेषी पर्यटकों को लुभाने के लिये विभाग टूर पैकेज भी प्लान करता रहा है।
रहेगें व्यापक सुरक्षा के इंतजाम
भगोरिया पर्व को लेकर कानून एवं व्यवस्था को सुचारू बनाये रखने के लिये पुलिस एवं प्रषासन के द्वारा हर जगह व्यापक सुरक्षा इंतजाम किये जारहे है तथा गत वर्षो तक तरह ही इस बार भरी पुलिस प्रषासन भगोरिया हाट मे धारदार हथियारों को लाने पर प्रतिबंध लगा सकता है ताकि किसी प्रकार की अनहोनी घटित नही हो सकें तथा शांतिपूर्वक भगोरिया हाट निपट सकें।
राजनैतिक दलों की निकलेगी गैरे
प्रतिवर्षानुसार इन भगोरियों में भी निर्वाचित जन प्रतिनिधियों के अलावा भाजपा एवं कांग्रेस पार्टी द्वारा परम्परागत तरिके से गैर आयोजित की जावेगी तथा इस के माध्यम से भाजपा एवं कांग्रेस पार्टी का परोक्ष षक्तिप्रदर्षन भी होगा । जिस पार्टी की गैर सबसे अधिक ढोल मांदल होते है उन्हे सबसे अधिक मजबुत दल माना जाता है। हाल में संपन्न हुए त्रिस्तरीय पंचायती राज चुनाव में सरपंचों की जीत के बाद इस माहौल में भी व्यापक उत्साह दिखाई देगा ।