बर्बाद BSNL को बचाने कर्मचारी लामबंद

भोपाल। दिन-ब-दिन खस्ता हालत होते देख अब भारतीय दूरसंचार निगम लिमिटेड (BSNL) के कर्मचारी आवाज बुलंद कर रहे हैं। इसके चलते फोरम आॅफ बीएसएनएल यूनियंस- एसोसिएशन मप्र परिमंडल के बैनर तले बीएसएनएल बचाओ देश-बचाओं नारे के साथ हस्ताक्षर अभियान शुरू करने जा रहा है।

बीएसएनएल की वर्तमान हालत देखते हुए देश हित में कर्मचारियों ने 12 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रधानमंत्री को ज्ञापन भी भेजा है। यह निर्णय शनिवार को आयोजित मप्र परिमंडल की बैठक में लिया गया। इस दौरान रणनीति तैयार की गई कि इस अभियान के चलते चार लाख लोगों को जोड़ा जाएगा।

परिमंडल सचिव एचएस ठाकुर और बीएसएनएलईयू के जिला सचिव सलामत अली और सहसचिव महेश रायकवार ने बताया कि निजी दूरभाष कंपनियों के पैर पसारने के बाद बीएसएनएल को लगातार घाटा हो रहा है। पिछले कुछ वर्षों में बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में करीब 10 फीसदी तक गिरावट हुई है। 2009-10 से लगभग 28 सौ करोड़ रुपए की संचित हानि घाटे में चल रहा है। इस स्थिति के कारण मोबाइल, ब्राडबैण्ड मॉडम, ड्राप वायर, टेलीफोन उपस्कर, केबल आदि उपकरणों की कमी है।

इन मांगों को लेकर लामबंद
बीएसएनएल बचाओं के चलते इस हस्ताक्षर अभियान के चलते पिछले कई महीनों से खाली पड़े अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक सहित 2 बीएसएनएल निदेशकों के पदों को भरने की मांग की जा रही है।

बीएसएनएल ईयू के जिला सह सचिव महेश रायकवार ने बताया कि सहायक टावर कंपनी के निर्माण को रोकना, बीबीएनएल का बीएसएनएल में विलय, बेहतर सेवाओं के लिए आॅप्टीकल फाइवर केबल बिछाने पर जोर देना, अधिक टॉवरों की स्थापना, बीएसएनएल को स्पेक्ट्रम का नि:शुल्क आवंटन, बीएसएनएल 4जी सेवाएं शुरू करना, कर्मचारियों की भर्ती करने आदि मांगें की गई हैं।


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