नईदिल्ली। द्वारका के एक प्राइवेट स्कूल पर मनमाने तरीके से फीस बढ़ाने का आरोप लगाते हुए बढ़ी फीस वापसी की मांग की गई है, साथ ही अकाउंट की जांच की गुहार लगाई गई है। हाईकोर्ट ने अर्जी पर सुनवाई के दौरान दिल्ली सरकार के एजुकेशन डायरेक्टोरेट और स्कूल को नोटिस जारी किया है, साथ ही टिप्पणी की है कि इस मामले में अकाउंट की फरेंसिक ऑडिट होनी चाहिए।
पैरेंट्स की ओर से अर्जी दाखिल कर एडवोकेट अशोक अग्रवाल ने कहा कि स्कूल जो भी फीस चार्ज कर रहा है, उसमें खामियां हैं। स्कूल ने आमदनी और खर्च का जो हिसाब दिया है, उससे साफ है कि स्कूल ने एक ही चीज के लिए दो अलग-अलग हेड में चार्ज किए हैं। साथ ही स्कूल लगातार फीस बढ़ा रहा है। हर साल लैंड और बिल्डिंग के नाम पर खर्च बताया जा रहा है, जबकि उसके लिए पैरेंट्स देनदार नहीं हैं। साथ ही 14 साल की फीस एक ही बार में ली जा रही है। फीस में कुछ छूट देकर स्कूल फीस वसूल रहा है। यह एजुकेशन का कमर्शलाइजेशन है। अदालत में अर्जी दाखिल कर 19 पैरेंट्स की ओर से गुहार लगाई गई है कि बढ़ी हुई फीस वापस की जाए, साथ ही स्कूल के अकाउंट की जांच की जाए।