भिंड। प्रदेशके एक दर्जन से अधिक जिलों में जिला शिक्षाधिकारी के पद पर प्रभारियों का कब्जा है, जिसकी वजह से स्कूलों की शिक्षण व्यवस्था की मॉनीटरिंग सही ढंग से नहीं हो पा रही है।
शिक्षामंत्री पारस जैन ने कहा कि पंचायत चुनाव के बाद प्रदेश के 51 जिलों की सूची तैयार करके प्रभारी जिला शिक्षाधिकारियों को हटाकर मूलपद वाले अफसरों को तैनात किया जाएगा। वहीं मंत्री के इस फैसले के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।
भिंड में शिक्षा विभाग में मूल पद वाले अफसर को डीईओ की कमान नहीं दी जाती है। पिछले दिनों आरजे सत्यार्थी अौर उसके बाद गोपाल सिंह भदौरिया को डीईओ का पद पर आसीन किया गया।
मूल पद वाले अफसरों को डीईओ का पद राजनीतिक हस्तक्षेप की वजह से नहीं दिया जाता है। इसका खुलासा खुद शिक्षा विभाग के अफसरों ने किया है, लेकिन भिंड जिले में एक मार्च से मूल पद वाले अफसर को डीईओ के पद पर आसीन कर दिया जाएगा।