eBay india ने 350 कर्मचारियों को हटाया

Bhopal Samachar
बेंगलूरु। प्रमुख ई-कॉमर्स कंपनी ईबे इंडिया ने वैश्विक स्तर पर कर्मचारियों की संख्या को वाजिब स्तर तक रखने की कवायद के तहत भारत में 350 कर्मचारियों की छंटनी कर दी है। इसके तहत कंपनी वैश्विक स्तर पर कर्मचारियों की संख्या 7 फीसदी घटाएगी यानी 2400 कर्मचारियों की छंटनी जनवरी-मार्च 2015 में करेगी।

भारत में हटाए गए कर्मचारियों में पेपाल की 300 कर्मचारियों की टीम शामिल है, जो चेन्नई से बाहर काम करती हैं, जहां कंपनी के कुल 1,000 कर्मचारी हैं। यह जानकारी एक सूत्र ने दी। बेंगलूरु के डेवलपमेंट सेंटर से बाहर काम करने वाले ईबे के 50 कर्मचारियों को भी बाहर जाने को कहा गया। बेंगलूरु कार्यालय में कंपनी के कुल 300 कर्मचारी हैं।

एक सूत्र के मुताबिक, ईबे की भारतीय इकाई और पेपाल ने दो हफ्ते पहले इस कवायद को अंजाम दिया है। पेपाल में हुई छंटनी की विस्तृत जानकारी हालांकि नहीं मिली है, लेकिन बेंगलूरु में ईबे की एनालिटिक्स टीम सबसे ज्यादा प्रभावित हुई है। ईबे के एक प्रवक्ता ने छंटनी के बारे में कोई जानकारी देने से इनकार कर दिया। हालांकि उन्होंने यह स्वीकार किया कि वैश्विक स्तर पर हुई छंटनी का कुछ असर भारत में कार्यरत टीमों पर भी पड़ा है।

प्रवक्ता ने बताया, 'ईबे की वैश्विक पुनर्गठन प्रक्रिया के तहत 2400 कर्मचारियों की छंटनी की गई है, जो कुल कर्मचारियों की संख्या का 7 फीसदी है। इस वैश्विक छंटनी का असर सभी कारोबारों पर हुआ है, जिसमें ईबे मार्केटप्लेस, पेपाल और ईबे एंटरप्राइजेज भी शामिल है। ईबे मार्केटप्लेस और पेपाल में कार्यरत भारतीय कर्मचारियों पर भी इस छंटनी प्रक्रिया का प्रभाव पड़ा है।'

कार्यबल के पुनर्संतुलन की प्रक्रिया की शुरुआत ईबे ने पेपाल को अलग सूचीबद्घ कंपनी के तौर पर विकसित करने के लिए की है। इन छंटनियों की घोषणा पिछले साल सितंबर में की गई थी और माना जा रहा है कि इसे 2015 की दूसरी छमाही में पूरा कर लिया जाएगा। अमेरिका की कंपनी ईबे ने 2013 में बेंगलूरु में नया वैश्विक विकास केंद्र पेश किया था। इससे पहले कंपनी 2007 में चेन्नई में ऐसा ही एक केंद्र विकसित कर चुकी थी। दूसरे केंद्र के उद्घाटन के अवसर पर कंपनी ने बताया था कि चेन्नई में उसे करीब 2000 कर्मचारी हैं। दोनों ही केंद्रों में ईबे और पेपाल की टीमें परिचालन करती हैं।

सितंबर 2013 में खुले बेंगलूरु केंद्र के बारे में कंपनी ने कहा था कि वह यहां टीम का विस्तार करेगी और अगले तीन साल के दौरान 700 कर्मचारियों की नियुक्ति करेगी, जिसके बाद यहां भी कुल कर्मचारियों की संख्या बढ़कर 1000 हो जाएगी। ईबे उत्पाद विकास केंद्र के महाप्रबंधक राम नारायण ने बिज़नेस स्टैंडर्ड को बातचीत में बताया कि कार्यबल में हो रहे इस फेरबदल का असर कंपनी की नियुक्ति योजनाओं पर नहीं पड़ेगा। उन्होंने बताया, 'कंपनी कर्मचारियों की नियुक्ति के लिए तय किया गया लक्ष्य हासिल करने के कगार पर है।' इस बीच नियुक्ति उद्योग के सूत्रों ने बताया कि ईबे के अधिकारियों के बायो-डेटा रोजगार दिलाने वाले पोर्टलों पर बड़ी संख्या में देखें जा सकते हैं क्योंकि छंटनी के बाद निकाले गए कर्मचारी रोजगार की और मौजूदा कर्मचारी बेहतर संभावनाओं की तलाश में हैं।

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!