मनमाना बिल उगल रहे हैं EMCO के मीटर

shailendra gupta
इंदौर। कृपया देखिए, आपके घर में कौन सी कंपनी का मीटर लगा है। विधानसभा में इस बात की पुष्टि हो गई है कि EMCO कंपनी के मीटर खपत से कहीं ज्यादा का बिल उगल रहे हैं। इस कंपनी के 13200 में से 720 मीटर खराब पाए गए हैं।

इंदौर विधानसभा क्षेत्र-एक के विधायक सुदर्शन गुप्ता ने बिजली मीटरों में गड़बड़ी का मामला विधानसभा में ध्यानाकर्षण के माध्यम से उठाया था। उन्होंने कहा कि इंदौर में लगे एमको कंपनी के मीटरों से अधिक बिलिंग हो रही है। उपभोक्ताओं को 100 की जगह 1000 और 1000 की जगह एक लाख का बिल दिया जा रहा है।

मीटर खरीदी में नहीं हुई गड़बड़ी
जवाब में ऊर्जा मंत्री ने कहा कि मीटर खरीदने में गड़बड़ी नहीं हुई है। थ्री फेस मीटर खरीदने ई-टेंडरिंग हुई थी। इसमें मेसर्स एमको लिमिटेड ठाणे का टेंडर सबसे कम होने पर ठेका दिया गया था। कंपनी द्वारा 7500 मीटर सप्लाई किए जाने के बाद सैम्पल के तौर पर 76 मीटर की जांच विभाग की लेबोरेट्री में भी कराई थी। टेस्टिंग में कुछ कमी आने पर कंपनी का भुगतान भी रोका गया। कंपनी द्वारा तकनीकी खामी सुधारे जाने के बाद कंपनी को भुगतान किया गया।

ओमनी कंपनी को कर चुके हैं ब्लैक लिस्टेड
2006-07 में मेसर्स ओमनी एगेट सिस्टम प्रालि चेन्नई से पूर्व क्षेत्र और पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने बिजली मीटर खरीदे थे। खराबी आने पर कंपनी द्वारा उन्हें बदले न जाने और सुधार न करने पर राज्य सरकार ने कंपनी को ब्लैक लिस्टेड कर दिया था।

30 प्रतिशत मीटरों में थी खराबी
इंदौर शहर में लगाए गए इन मीटरों की खरीदी पर्चेस विभाग ने वर्ष 2012-13 में की थी। ये मीटर खजराना, सुदामानगर, ,गुमाश्ता नगर, उषानगर, गोयल नगर,साकेत, कनाड़िया, बजरंग नगर, इलेक्ट्रानिक काम्प्लेक्स,परदेशीपुरा,मरीमाता आदि क्षेत्रों में लगाए गए थे। कुछ माह बाद ही मीटरों से अधिक बिलिंग की शिकायतें आने लगी। शुरुआती शिकायतों को सामान्य मानकर निराकरण किया जाता रहा, लेकिन जब शिकायतों की संख्या बढ़ी तो अफसरों ने जांच करवाई। जांच में पता चला कि एमको कंपनी के मीटर में ही ज्यादा समस्या आ रही है।

इस तरह पहचाने...सामान्य से तेज भाग रहा मीटर
यदि आपको महसूस हो रहा है कि बिजली बिल सामान्य से अधिक आ रहे हैं तो अपने 6 माह के पुराने बिलों में दर्ज खपत की जांच करें। यदि दस से बीस प्रतिशत की बढौतरी किसी माह में मिलती है तो सामान्य बात है लेकिन बीस प्रतिशत से अधिक खपत दर्ज हो रही है तो तुरंत बिजली अधिकारियों को इसकी शिकायत करें और मीटर की जांच करवाएं।

तकनीकी खराबी आ रही है.
यह सही है कि मीटरों में तकनीकी खराबी की समस्या आ रही है। जहां से भी शिकायत मिलती है तुरंत मीटर बदले जा रहे हैं।
निर्मल शर्मा, अधीक्षण यंत्री शहर वृत्त

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