इंदौर। परिवार परामर्श केन्द्र में इस तरह के बयान आए दिन दर्ज हो रहे हैं, हर 5 दिन में 6 तलाक हो जाते हैं। सोशल मीडिया के कारण लगातार घर टूट रहे हैं, पत्नियां वाट्सअप और फेसबुक छोड़ने को तैयार नहीं, चाहे इसके लिए पति को ही क्यों ना छोड़ना पड़े।
हाल ही में कुछ तलाक ऐसे हुए हैं, जिसमें पत्नी फेसबुक, व्हाट्सएप का बहुत ज्यादा इस्तेमाल करती थी और पति को यह पसंद नहीं था। कुटुम्ब न्यायालय के अनुसार हर साल 50 से 100 तलाक ज्यादा हो रहे हैं। साल 2014 में तलाक के लिए तकरीबन 1062 आवेदन आए।
इसमें से 438 मामलों में तलाक हो गया है। मैथेमेटिकल भाषा में बात करें तो औसतन हर पांच दिन में छह तलाक। वहीं 624 प्रकरण पेंडिंग हैं। कई मामलों में ये भी सामने आया है कि शादी के दो-तीन महीने बाद ही तलाक हो गया।
फेसबुक नहीं छोड़ूंगी, भले ही तलाक हो जाए
पति ने आरोप लगाया- मेरी पत्नी फेसबुक-व्हाट्सएप का बहुत यूज करती है। कई बार मना करने के बावजूद वह नहीं मानती। वहीं पत्नी ने साफ कहा कि वह इन दोनों का इस्तेमाल नहीं छोड़ सकती, भले ही तलाक हो जाए। अगस्त-सितंबर के इस मामले में दोनों पक्ष तलाक के लिए सहमत हैं।
सोशल मीडिया बना वजह, अलगाव तय
पत्नी फेसबुक, व्हाट्सएप का ज्यादा इस्तेमाल कर रही थी। पति को यह पसंद नहीं। कई बार कहा-सुनी हुई। सुलह न होने पर दिसंबर में पत्नी कोर्ट पहुंच गई। पति भी तलाक को तैयार है।
पति-पत्नी के बीच वो, इसलिए तलाक
पत्नी ने शादी के बाद पति से कहा कि वह किसी और से प्यार करती है। जबरन शादी करवाई गई है, इसलिए तलाक दे दो। मामला दिसंबर में कोर्ट में आया।
नोट: ये मामले इंदौर के ही हैं। परामशर्म केंद्र में रोजाना 25 से 30 लोग पहुंचते हैं, पर समझौता कम हो पा रहा है।
ऐसे हैं हालात
सेक्शन 13 ए में लगभग 5 से 8 केस रोजाना कोर्ट में लग रहे हैं। इस तरह के केस में आपसी सहमति नहीं होती।
सेक्शन 13 बी में 2 से 3 केस रोजाना लग रहे हैं। इस धारा में सहमति से तलाक होता है।
2010 से 2012 के बीच दोनों कैटेगरी में तलाक का अनुपात लगभग 30 प्रतिशत था, जो अब बढ़कर 60 प्रतिशत पर पहुंच चुका है।
आजकल अधिकांश महिलाएं दखलंदाजी पसंद नहीं करतीं। कोर्ट में सोशल मीडिया और हाईफाई लाइफस्टाइल से जुड़े मामले आ रहे हैं। कई मामलों में तलाक हो जाता है।
सीमा मालवीय
प्रिंसिपल काउंसलर, फैमिली कोर्ट इंदौर