लखनऊ। लखनऊ के गोमतीनगर में केंद्रीय विद्यालय के केमिस्ट्री टीचर ने परीक्षा में फेल करने की धमकी देकर 12वीं की छात्रा के साथ कई बार शारीरिक संबंध बनाया, जिससे छात्रा गर्भवती हो गई। टीचर को इसकी जानकारी मिलने पर उसने अपनी पत्नी के साथ मिलकर 10 जनवरी को छात्रा का गर्भपात भी करवा दिया। रविवार देर रात पुलिस ने टीचर, उसकी पत्नी और दो महिला डॉक्टरों को गिरफ्तार कर लिया। सोमवार को चारों को जेल भेज दिया गया।
गोमतीनगर के एसओ मोहम्मद अब्बास ने बाताया कि आरोपी आर.सी. तिवारी केंद्रीय विद्यालय में केमिस्ट्री के टीचर हैं, जो अपनी पत्नी के साथ कैंपस में ही बने घर में रहते हैं। अक्टूबर से छात्रा तिवारी के घर ट्यूशन पढ़ने जा रही थी। इस बीच टीचर ने उसके साथ कई बार रेप किया। छात्रा ने विरोध किया तो टीचर ने उसे फेल करने की धमकी दी। इस बीच छात्रा गर्भवती हो गई।
छात्रा के गर्भवती होने की बात पता चलने पर तिवारी ने गुपचुप तरीके से आईआईएम रोड स्थित निजी क्लीनिक विजयश्री में उसका गर्भपात करवा दिया। गर्भपात के बाद छात्रा की तबीयत बिगड़ने लगी। इसके बाद जब परिवार के लोगों ने छात्रा से पूछताछ की तो उसने पूरी घटना बताई।
छात्रा के परिवार वालों की शिकायत पर रविवार रात गोमतीनगर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर टीचर, उसकी पत्नी अनीता और छात्रा का गर्भपात करने के आरोप में दो महिला डॉक्टरों, विजयश्री और अशका सिद्दीकी को गिरफ्तार कर लिया। एसओ ने बताया कि डॉक्टर विजयश्री अपने नाम से ही क्लीनिक चलाती हैं। अशका सिद्दीकी उनके यहां नर्स हैं। टीचर की पत्नी पर छात्रा के गर्भपात में सहयोग करने का आरोप है।
एसओ के अनुसार सीएमओ को भी इस मामले की जानकारी दी जा रही है ताकि क्लीनिक और इसके संचालक पर एमसीआई के नियमों के अनुसार कार्रवाई की जा सके। उधर, आरोपी टीचर ने इस आरोप को बेबुनियाद बताया है। टीचर के सात साल के बेटे को उसके रिश्तेदार के घर रायबरेली भेज दिया गया है। एसओ ने कहा कि छात्रा अभी सदमे में है। उसकी काउंसलिंग जरूर करवाई जाएगी ताकि वह जल्द से जल्द सामान्य हो सके।
इन बातों पर स्टूडेंट्स रखें ध्यान
- स्कूल-कॉलेज या कहीं भी लोगों के बेवजह निकटता बनाने की कोशिश पर सतर्क हो जाएं।
- अपने पैरंट्स को ऐसे लोगों-हरकतों के बारे में तुरंत बताएं।
- किसी भी अनैतिक दबाव में न आएं बल्कि ऐसे किसी भी दबाव का खुलकर सामना करें।
इन बातों पर पैरंट्स रखें ध्यान
- बढ़ती उम्र के लिहाज से बच्चों से कुछ मसलों पर खुलकर बात करें।
- रोज बच्चों से स्कूल की गतिविधियों की जानकारी लें।
- बेवजह टोकाटाकी न करें लेकिन उनके दोस्तों, मिलने-जुलने वालों के बारे में जानकारी जरूर रखें।
- बच्चों को असामान्य हरकतें करते देख डांटने के बजाए उन्हें भरोसे में लेकर उनकी बात सुनें।
(मनोवैज्ञानिक डॉ. पीके खत्री से बातचीत पर आधारित)
इन नंबरों पर मिलेगी मदद
पुलिस : 100, हेल्पलाइन : 1090,
राज्य महिला आयोग : 0522-2305870,
राष्ट्रीय महिला आयोग : 91-1123-219750
सीबीएसई हेल्पलाइन : 1800118002