हर्षित चौरसिया/जबलपुर। मार्च 2014 में 114 पदों के लिये मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित होम्योपैथी चिकित्सा अधिकारी (एचएचओ) की परीक्षा में एक और फर्जीवाड़ा उजागर हुआ है। सूत्रों के मुताबिक पीएससी ने इस परीक्षा को पास ऐसे केंडिडेट्स को इंटरव्यू कॉल भेजे जिनका नाम चयन सूची में है ही नहीं।
यहीं नहीं इन केंडिडेट को गोपनीय तौर से भेजे गये पत्र में 13 फरवरी को इंटरव्यू में शामिल होने की बात कही गई है। ऐसे करीब 12 आवेदकों को लेटर जारी होना बताया जा रहा है। इसके लिए न कोई नोटिफिकेशन जारी किया गया है और न ही विज्ञप्ति।
वर्ष 2014 में हुई आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी परीक्षा के फर्जीवाड़े में लिप्त एक छात्र एचएचओ परीक्षा में टॉप टेन में शामिल है। कथित आरोपी भोपाल निवासी अखिलेश राठौर को एसटीएफ ने पहले ही गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया था। बताया जाता है कि पैरोल पर छूटा छात्र 12 से 16 जनवरी को इंदौर में पीएससी द्वारा आयोजित एचएचओ के पदों पर लिये जाने वाले इंटरव्यू में शामिल रहा।
हाईकोर्ट में दो याचिका, 6 फरवरी को बयान
परीक्षा रद्द कराने के लिए भोपाल के डॉ. प्रशांत पांडे और आयुष चिकित्सा एसोसिएशन द्वारा हाईकोर्ट में याचिकाएं लगाई गई है। वहीं इस मामले की शिकायत एसटीएफ से भी की गई थी। एसटीएफ ने 6 फरवरी को शिकायतकर्ताओं को बयान के लिए भोपाल बुलाया है।