PMT SCAM: चिरायु और पीपुल्स काॅलेज संचालकों से होगी पूछताछ

Bhopal Samachar
ग्वालियर। पीएमटी में सिलेक्शन होने के बाद मात्र 50 से 60 हजार में सीट बेचने वाले उमेश बघेल को एसआईटी ने पूछताछ के बाद रिमांड पर ले लिया है। एसआईटी उमेश के खुलासे के बाद चिरायु व पीपुल्स मेडीकल काॅलेज के संचालकों को पूछताछ के लिये बुलाने नोटिस भेजेगी। उमेश की गर्लफ्रेंड मनीषा शर्मा तथा उसके दो दोस्त सुमित विष्वकर्मा व सुनील प्रजापति की तलाश में पुलिस पार्टी यूपी भेजी गई है। दीपक यादव से द्वारा पूछताछ हो सकती है। सीएसपी मुरार अखिलेष रैनवाल के अनुसार उमेष ने कबूल किया है कि उसने 2009 व 2010 में पीएमटी देकर सिलेक्षन कराया था, उसे चिरायु व पीपुल्स मेडीकल काॅलेज आबंटित हुआ था। उसने एक बार 50 व दूसरी बार 60 हजार रूपये लेकर सीट छोड़ दी। उमेष के सीट छोड़ने संबंधी दस्तावेज बरामद करने के लिये टीम दोनों काॅलेजों में भेजी जायेगी। इन दोनों काॅलेजों के संचालकों से पूछताछ के लिये नोटिस भेजे जायेंगे।

ट्रक खराब, 10 घंटे राजमार्ग पर लगा जाम, क्रैन की मांग उठी
ग्वालियर। ग्वालियर झांसी हाइवे पर जौरासी घाटी में सकरे सिंगल रोड़ पर अर्धरात्रि में रेत से भरे डम्फर के खराब होने के कारण करीब 10 घंटे तक जाम लगा रहा। एक बार में एक वाहन निकल पाने के कारण रेंगकर वाहन निकले। जिससे रात्रि में कई वाहन चालकों एवं आवष्यक कार्य से निकले लोगों को भारी समस्या का सामना करना पड़ा। जौरासी बिलौआ थाने की पुलिस सुबह के समय राजमार्ग पर पहुंची, उसके बाद थोड़ा-थोड़ा यातायात चालू हुआ। पूरे दिन रेंग-रेंगकर वाहन निकले। थाना प्रभारी बिलौआ अमर सिंह सिकरवार का कहना है कि हाइवे बनाने वालों द्वारा काम अधूरा छोड़ने पर घाटी पर केवल एक ही वाहन निकल सकता है। वाहन खराब होने पर जाम लग जाता है। रात्रि में लगे जाम को दूसरे दिन शाम तक सामान्य नहीं किया जा सका। प्रयास जारी हैं।

क्रैन की मांग उठी
राजमार्ग पर आयेदिन लगने वाले जाम और राजमार्ग के अधूरे निर्माण से होने वाली दुर्घटनाओं से लोगों को हो रही परेषानी से बचाने के लिये पुलिस व जिला प्रषासन को एक क्रैन जौरासी घाटी के आसपास हमेषा तैयार रखना चाहिए जो ऐसी स्थिति आने पर तुरंत दुर्घटनाग्रस्त वाहन को हटाकर एक तरफ सड़क से दूर रख सके, यह कार्य किराये पर क्रैन लाकर भी जनहित में किया जा सकता है। एक माह में मुष्किल से 2-4 बार ऐसा मौका आता है, इससे हजारों लोगों की परेषानी दूर होगी। पूर्व में गुना राजमार्ग पर इस तरह की क्रैन रखने का प्रयोग किया जा चुका है। जो सफल रहा था।

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