भोपाल। पूरा मप्र स्वाइन फ्लू की चपेट में हैं और सरकारी तंत्र सिवाए खबरों के खंडन के कुछ भी नहीं कर पा रहा है। हालात यह है कि कैमरों के सामने आने को हमेशा आतुर बने रहने वाले स्वास्थ्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा स्वाइन फ्लू के सवार पर मुंह छिपाकर निकल लिए। खुद को सबसे बड़ा ईमानदार अफसर साबित करने में लगे प्रमुख सचिव प्रवीर कृष्ण से जब स्वाइन फ्लू का सवाल किया तो भड़क उठे।
भोपाल में कैबिनेट की ब्रीफिंग के लिए बुलाई गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब मिश्रा से पूछा गया कि प्रदेश में अब तक स्वाइन फ्लू से कितनी मौतें हुईं, तो वे प्रेस कॉन्फ्रेंस से ही उठकर चले गए। उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि प्रदेश में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। सभी जिलों में दवा मास्क उपलब्ध हैं। हर जिले में दो-दो डॉक्टरों की टीम रवाना की गई है।
उधर, इंदौर में स्वाइन फ्लू से मंगलवार को एक और मौत हो गई। मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव प्रवीर कृष्ण स्वाइन फ्लू के इलाज की व्यवस्थाएं जांचने के लिए इंदौर तो गए लेकिन एमवाय अस्पताल नहीं पहुंचे। उन्होंने जिला अस्पताल और पीसी सेठी अस्पताल में स्वाइन फ्लू से बचाव के लिए लगाए पोस्टर-बैनर यह कहते हुए फाड़ दिए कि ऐसे पोस्टरों की जरूरत नहीं है। नए अपडेट पोस्टर लगाएं और इलाज करें। एक पत्रकार ने जब उनसे पूछा कि प्रदेश में 53 मौतों के बाद अब सिस्टम खड़ा करने की बातें हो रही हैं? तो वे भड़क गए। बोले- कितनी मौतें ऑफिशियल हुईं और कितनी अनऑफिशियल, इस पर कोई बात नहीं करना चाहता।