नई दिल्ली। बैंकिंग क्षेत्र में कई निजी और प्राइवेट बैंकों के प्रवेश की छूट के साथ इस क्षेत्र में अनुभवी कर्मचारियों के लिए खींचतान बढ़ सकती है। इस संभावना के मद्देनजर रिजर्व बैंक के डेप्युटी गवर्नर आर. गांधी ने बैंकों को इसके लिए तैयार रहने की सलाह दी है।
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में यूनियनों के दबदबे के बीच कर्मचारियों के नौकरी छोड़ने की दर काफी ऊंची है। गांधी ने कहा, 'हम बैंकों से कह रहे हैं कि लोग एक संस्थान से दूसरे संस्थान में छलांग लगाएंगे। पुराना कैडर बनाने और उसके जीवन भर आपसे जुड़ा रहने का तरीका बदल रहा है। नौकरी छोड़ना एक चलन हो जाएगा।'
सेबी प्रबंधित राष्ट्रीय प्रतिभूति बाजार संस्थान की एक संगोष्ठी को संबोधित करते हुए गांधी ने कहा कि उन्हें लगता है कि बैंकिंग क्षेत्र में ऊंची विशेषज्ञता की मांग बढ़ेगी। हालांकि उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक के पास नौकरी बदलने वालों के संबंध में ताजा ब्योरा नहीं है।