भोपाल। व्यापमं घोटाले में हाईकोर्ट से फ्रीहैण्ड मिलने के बाद अब एसआईटी ने सिंघम स्टाइल में कार्रवाई करने का मन बना लिया है। 'अतिविशिष्ट' व्यक्ति के अलावा शिवराज सरकार के 4 मंत्री, 2 पूर्वमंत्री और 5 पॉवरफुल नेताओं को नापने की तैयारी चल रही है। अब तक पॉलिटिकल प्रेशर में चल रही कार्रवाई के बारे में अब लगने लगा है कि दूध का दूध और पानी का पानी जरूर होगा।
पहली बार एसटीएफ ने मध्य प्रदेश के सबसे बड़े शिक्षा घोटाले की जांच में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। हाईकोर्ट की हरी झंडी के बाद एसटीएफ ने अपनी दबंग जांच शुरू कर दी है। प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा की गिरफ्तारी के बाद ये पहला मौका होगा, जब एसटीएफ रसूखदारों पर एफआईआर दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी करेगी।
प्रदेश के बड़े नेताओं पर शिकंजा
व्यापमं घोटाले को लेकर प्रदेश में राजनीतिक घमासान जारी है। व्यापमं की जांच की मॉनीटिरिंग कर रही एसआईटी भी सियासी नौटंकी से परेशान है। सूत्रों ने बताया कि एसटीएफ की जांच लिस्ट में प्रदेश के 4 मंत्री, 2 पूर्व मंत्री और 5 पावरफुल नेताओं के नाम भी शामिल हैं। ये नाम व्यापमं के अधिकारी नितिन महिंद्रा से मिले दस्तावेज, मोबाइल फोन की कॉल डिटेल और आरोपियों के बयानों में सामने आए हैं।
अभी तक एसटीएफ पर राजनीतिक दबाव था, लेकिन अब एसटीएफ की रडार पर सफेदपोश नेताओं के अलावा व्यापमं की दलाली करने वाले बड़े अफसर भी आ गए हैं। एसटीएफ के पास हर एक रसूखदार का काला चिट्ठा है लेकिन अभी भी एसटीएफ की टीम इन रसूखदारों के खिलाफ और ठोस सबूत जुटा रही है, ताकी कोर्ट में आरोपियों को सजा दिलाई जा सके। एसआईटी के चेयरमैन चंद्रेष भूषण का कहना है कि जांच में हमारे लिए सब बराबर हैं। शिकायत छोटी हो या फिर बड़ी, सभी की जांच की जाती है।
किन नेताओं पर क्या है आरोप
एसआईटी सभी छोटी-बड़ी शिकायतों की जांच कर रही है। भले ही शिकायत अतिविशिष्ट के खिलाफ हो या फिर किसी रसूखदार के खिलाफ। जांच के बाद ही एसआईटी एसटीएफ को आगे की जांच के लिए निर्देशित करती है।
मंत्री नंबर-1
आरोप - भाई के जरिए दो अपात्र छात्रों को पीएमटी परीक्षा में पास करवाया।
मंत्री नंबर-2
आरोप - पीएमटी परीक्षा में तीन और सब इंस्पेक्टर परीक्षा में एक छात्र को पास करवाया।
मंत्री नंबर-3
आरोप - सिफारिश के जरिए अपने एक रिश्तेदार को पीएमटी परीक्षा में पास करवाया।
मंत्री नंबर-4
आरोप - अपने दम पर व्यापमं की परीक्षाओं में कई लोगों की सिफारिश की।
पूर्व मंत्री नंबर-1
आरोप - परिवहन आरक्षक भर्ती परीक्षा में लाखों रुपए लेकर कई परीक्षार्थियों को पास करवाया।
पूर्व मंत्री नंबर-2
आरोप - अपने रसूख के दम पर दो छात्रों को पीएमटी की परीक्षा में पास करवाया।
एसटीएफ की जांच के घेरे में 5 पावरफुल नेता
आरोप - 5 प्रभावशाली नेताओं में 2 महिलाएं भी शामिल हैं। इनमें से एक पावरफुल नेता के बेटे ने पिता के रसूख के दम पर लाखों रुपए लिए और पीएमटी समेत दूसरी परीक्षाओं में एक दर्जन से ज्यादा अयोग्य अभ्यर्थियों को पास कराया। वहीं 4 पावरफुल नेताओं ने व्यापमं की परीक्षाओं में कई उम्मीदवारों के लिए सिफारिश की।
व्यापमं घोटाले को लेकर प्रदेश में मचे राजनीति घमासान के बाद सभी नेता अपनी-अपनी दलीलें दे रहे हैं, लेकिन सच्चाई से पर्दा उठाने वाली एसटीएफ सब जानती है। ऐसे में हाईकोर्ट की हरी झंडी मिलने के बाद जल्द एसटीएफ कई सफेदपोश नेताओं को बेनकाब करेगी। व्यापमं में दिग्गज नेताओं का नाम आने पर पहले ही गृहमंत्री बाबूलाल गौर पहले ही कह चुके हैं कि कोई भी मंत्री हो या फिर बाबूलाल गौर क्यों न हो। अपराध किसी ने किया है, उसे छोड़ा नहीं जाएगा।