रामेंद्र परिहार/ग्वालियर। पुलिस लाख दावे कर ले, लेकिन सट्टा बाजार पर वह अंकुश लगाने में विफल रही है। पुलिस को ठेंगा दिखाते हुए शहर का 40 फीसदी से अधिक सट्टा मार्केट अब इंटरनेट के माध्यम से वॉट्सएप पर आ गया है। सट्टा रैकेट के सरगनाओं ने एजेंट्स के वॉट्सएप ग्रुप बनाकर नया जाल बिछा दिया है।
जिसके बाद सट्टे के अड्डे पर आकर पर्चियां लगाने की जरुरत नहीं है सिर्फ एक मैसेज टाइप कर एजेंट्स को भेजा जाता है और उधर से ओके का मैसेज आते ही नंबर लग जाता है। नंबर खुलने पर अड्डे पर आकर पैमेंट ले जाओ नहीं तो 5 से 7 परसेंट पर कमीशन पर एजेंट पैमेंट लेकर आ जाता है। जिनके पास स्मार्ट फोन नहीं है वह साधारण मोबाइल से मैसेज के जरिए रैकेट से जुड़े हैं।
न पुलिस का झंझट और न बार-बार सट्टा अड्डे पर जाने की टेंशन। शहर के 35 से 40 फीसदी इलाके में और पेशेवर ग्राहकों के बीच ही वॉट्सएप व मैसेजिंग सेवा के माध्यम से सट्टा खिलाया जा रहा है। जिस स्पीड से सट्टेबाज अपना क्षेत्र बढ़ा रहे हैं उससे लगता है कि आने वाले एक से दो सालों में पूरा सट्टा मार्केट इंटरनेट और ऐप के सहारे आ जाएगा। यहां खास बात यह है कि अच्छी गुडविल और पेशेवर सट्टा ग्राहक को ही एजेंट्स वॉट्सएप या मैसेज सर्विस से कनेक्ट कर रहे हैं।
यदि कोई नया ग्राहक एजेंट्स की सेवा से जुड़ना चाहता है तो उसे पहले किसी गुडविल वाले ग्राहक का रिफरेंस नंबर देना पड़ता है। इसके बाद भी कुछ महीनों तक उसे 7 से 15 दिन की एडवांस मनी जमा करानी होगी।
यहां चल रहे हैं अभी गेम
अभी शहर में दिल्ली, मुंबई व पंजाब के सट्टे प्रमुखता के साथ चल रहे हैं। ज्यादातर रैकेट दिल्ली दिशावर गेम ही खिला रहे हैं पर कुछ रैकेट सरगना चोरी छुपे मुंबई कल्याण व मैन नाम दो खेल खिला रहे हैं। दिल्ली का नंबर सुबह 5 बजे और मुंबई कल्याण का एक नंबर शाम 4 बजे और दूसरा शाम 6 बजे खुलता है। इसी तरह पंजाब का नंबर रात 8 बजे ओपन होता है।
पुलिस की पकड़ से दूर
एक सट्टा एजेंट मुबिन (परिवर्तित नाम) ने बताया कि वॉट्सएप में आने वाले पोस्ट पर पुलिस को निगरानी रखना मुश्किल है। यह उनकी पकड़ से दूर है इसीलिए सट्टा रैकेट चलाने वाले इस पर अपना जाल बिछा रहे हैं।
लिंक मिलेगी करेंगे कार्रवाई
हो सकता है मोबाइल टेक्नोलॉजी पर सट्टा चल रहा हो। ऐसी पुलिस को भी आशंका है और पुलिस की टीमें इस दिशा में सोच रही हैं। जैसे ही कोई सटीक लिंक मिलेगी ऐसे लोगों को उठाने में जरा भी देर नहीं की जाएगी।
प्रतिमा एस मैथ्यू, एएसपी क्राइम