नई दिल्ली। विश्व कप क्रिकेट को शुरू होने में अब जबकि दस दिन से भी कम समय बचा है तब अपने जमाने के दिग्गज स्पिनर बिशन सिंह बेदी का मानना है कि भारत ने अब भी अपनी मुख्य टीम की पहचान नहीं की और चोटों से निबटने की कवायद देर से शुरू की। चोटिल रोहित शर्मा, भुवनेश्वर कुमार, रविंद्र जडेजा और इशांत शर्मा का सात फरवरी को परीक्षण होगा। इसके एक दिन बाद ही मौजूदा चैंपियन टीम को आस्ट्रेलिया के खिलाफ अभ्यास मैच खेलना है।
बेदी ने कहा कि टीम प्रबंधन ने इन चीजों पर बहुत देर से गौर किया। बेदी ने कहा, ‘भारतीय टीम पिछले ढाई महीने से आस्ट्रेलिया में है लेकिन वह अब भी अपनी मुख्य टीम का तय नहीं कर पायी है। पांच या छह खिलाड़ी टीम का आधार होते हैं और उनका प्रत्येक मैच में खेलना तय होता है। संयोजन में बदलाव या किसी खिलाड़ी को विश्राम देने के लिये एक याद बदलाव हो सकते हैं लेकिन कुल मिलाकर छह या सात खिलाड़ियों को लगातार खेलना चाहिए और ऐसा अभी तक नहीं हुआ है।’
उन्होंने कहा, ‘मेरा मानना है कि खिलाड़ियों का फिटनेस परीक्षण इतनी देर में क्यों किया जा रहा है। आप अभ्यास मैच से एक दिन पहले खिलाड़ियों का फिटनेस परीक्षण कर रहे हो। आपने बहुत देर कर दी। ऐसा काफी पहले हो जाना चाहिए था।’ इस पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा कि उनकी ‘जायज शिकायत’ कुछ खिलाड़ियों का देर से फिटनेस परीक्षण कराने को लेकर है।
बेदी ने स्वीकार किया कि आस्ट्रेलिया में पहले टेस्ट और बाद में त्रिकोणीय श्रृंखला में लचर प्रदर्शन करने के कारण टीम के लिये वापसी करना मुश्किल होगा। उनका मानना है कि टीम को अब स्वाभिमान बढ़ाना होगा जो कि उनके अनुसार अभी खिलाड़ियों में बहुत कम दिख रहा है। उन्होंने कहा, ‘उन्हें खुद अपना स्वाभिमान बढ़ाना होगा। वे ऐसा कैसे करेंगे यह पूरी तरह उन पर निर्भर होगा। स्वाभिमान पूरी तरह से व्यक्तिगत प्रयास होता है। स्वाभिमान मतलब आप खुद को अपनी नजरों में कैसा पाते हैं। लोगों, मीडिया, कोच या कप्तान की नजरों में नहीं।’
बेदी ने कहा, ‘यह तभी होगा जबकि आप कुछ अच्छा करेंगे और ऐसा अभी तक नहीं हुआ है। स्वाभिमान काफी कम है और मैं इसको लेकर चिंतित हूं। आत्मसम्मान बढ़ाने के लिये बड़ी मनोवैज्ञानिक बाधा पार करनी होती है।’ भारतीय स्पिन चौकड़ी के सदस्य रहे बेदी ने कहा कि भारत को पाकिस्तान के खिलाफ अपने बहुचर्चित मैच पर ज्यादा ध्यान नहीं देना चाहिए और इसके बजाय मौजूदा चैंपियन को बड़े स्तर पर सोचना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान को भी हाल में काफी कम सफलता मिली है। उन्होंने कौन से कद्दू में तीर मारा है। लेकिन हमें पाकिस्तान को इस तरह से नहीं देखना चाहिए। हमें बड़ी सोच रखनी होगी और यह स्वयं विश्व कप है।’