ड्रायवर की बटबाजी से 10 यात्रियों की मौत, 36 घायल

कोरबा/बिलासपुर। बिलासपुर-अंबिकापुर नेशनल हाईवे पर मोरगा के पास यात्रियों से भरी बस नाले के पुल से टकराकर रेलिंग में अटक गई। मोरगा के पास रोड संकरी थी, तकरीबन 17-18 फुट। सामने से एक ट्रक आ रही थी। उस ट्रक को देखकर ड्राईवर ने बस की स्पीड बढ़ा दी और मोड़ पर दोनों गाड़ियां आमने सामने आ गईं।ड्राइवर ने नाले की तरफ गाड़ी मोड़ते हुए जोर से ब्रेक मारा। बस की कैबिन में भी यात्री भरे पड़े थे। ब्रेक से बस तो नाले के ऊपर अटक गई, लेकिन सामने के शीशे को तोड़ते हुए 14 यात्री नाले में जा गिरे। जिसमें 10 की मौत हो गई।


ड्राईवर अगर मोड़ के पास एक मिनट इंतजार करता और ट्रक को निकल जाने देता तो ये हादसा नहीं होता। हादसे में 36 लोग घायल हैं। यह हादसा बिलासपुर अंबिकापुर नेशनल हाईवे-111 में मोरगा के बम्हनी नाला पर सोमवार की सुबह 10 बजे हुआ। विश्रामपुर से कोरबा के बीच चलने वाली हिन्दुस्तान बस सर्विस की बस का ड्राईवर सुबह विश्रामपुर से यात्रियों को लेकर निकला। मोरगा से पहले बस बम्हनी नाला पर पहुंची थी। इसी दौरान दूसरी गाड़ी से पहले निकलने के चक्कर में ओवरटेक करते ड्राइवर ने कंट्रोल खो दिया। बस पुल से टकराकर रेलिंग पर चढ़ गई।

दांई ओर का चक्का फंस जाने के कारण बस रेलिंग पर ही अटक गई। जोरदार झटके के कारण केबिन व आसपास मौजूद 12 से अधिक ज्यादा यात्री बस से बाहर 30 फीट नीचे नाले में जा गिरे। अधिकांश यात्री सीधे नाले के पत्थरों पर गिरे तो कई यात्रियों के ऊपर बस के ऊपर से गिरा सामान आ गिरा। अफरा-तफरी मच गई। बड़ी संख्या में यात्री घायल व बदहवास हो गए थे। जो यात्री सही सलामत थे, उन्होंने बस से उतरकर राहगीरों की मदद ली और घायलों को बस से बाहर निकाला। घटना की सूचना मिलते ही मोरगा चौकी से पुलिस टीम मौके पर पहुंची। सबसे पहले घायलों को पोड़ी उपरोड़ा अस्पताल भेजा गया।


नीचे नाले के आसपास भी बड़ी संख्या में यात्री गंभीर रूप से घायल और अचेत पड़े थे। उन्हें भी अस्पताल भेजा गया। मौके पर 8 लोगों की मौत हो गई थी। जिनके शव नाले के आसपास बिखरे पड़े थे। पोड़ी उपरोड़ा अस्पताल में उपचार के दौरान महिला पुष्पा बंजारे और सुखलाल की मौत हो गई। अन्य घायलों का उपचार अलग-अलग अस्पतालों में चल रहा है। पुलिस ने इस मामले में आरोपी बस चालक के खिलाफ जुर्म दर्ज कर लिया है। बस चालक दुर्घटना होते ही बस से उतरकर कंडेक्टर के साथ फरार हो गया।

इनकी हुई मौत
1. शांति बाई (70) पति रतन सिंह गोंड, निवासी काटारोली ताराघाटी
2. बलीराम (36) पिता बुढऊ, निवासी रामेश्वरम श्रीनगर (प्रेमनगर)
3. अमलेश्वर यादव (30) पिता बबईराम, निवासी चंदननगर
4. निर्मल खूंटे (36) पिता साहेबलाल, निवासी गोढ़ी, कोरबा
5. सुखलाल (40) पिता बलीराम, निवासी रामेश्वरम श्रीनगर (प्रेमनगर)
6. पुष्पा (30) पति बसंत बंजारे, निवासी खरसिया, रायगढ़
7. पार्वती (36) पति हरिनाथ साहू, निवासी कासानवापारा, चोटिया
8. कु. चंदा (7) पिता हरिनाथ साहू, निवासी कासानवापारा, चोटिया
9. कु. मुस्कान (11) पिता हरिनाथ साहू, निवासी कासानवापारा, चोटिया
10. महावीर प्रसाद (57), निवासी कोटा, डिप्टी रेंजर, रतनपुर।

दो बेटी समेत मां की हुई मौत
घटना में एक ओर जहां पार्वती साहू समेत उसकी दो पुत्री कु. चंदा व कु. मुस्कान की जान गई। पार्वती के पति हरिनाथ ने बताया कि घटना में उसका पूरा परिवार उजड़ गया। वहीं पुष्पा नामक महिला की मौत हो गई, लेकिन उसके गोद में बैठा एक वर्षीय मासूम गितेश नाले में गिरने के बाद भी जीवित बच गया।

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