भोपाल। अतिवृष्टी-ओला से जिन किसानों की 50 प्रतिशत से अधिक फसलें खराब हुई हैं। उनका बिजली का बिल माफ किया जाएगा। वहीं बैंक से लिए गए कर्ज की वसूली भी स्थगित की जाएगी। यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विधानसभा में अतिवृष्टी-ओले से हुए नुकसान पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए कही। उन्होंने कहा कि प्रभावित किसानों के शार्ट टर्म के कर्ज को मिड टर्म में परिवर्तित किया जाएगा। अगली फसल आने तक इस कर्ज का ब्याज भी सरकार भरेगी।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में कुल एक लाख सात हजार हेक्टेयर में रबी की फसल बोई गई थी। इसमें अब तक के सर्वे में 4 लाख हेक्टेयर का नुकसान सामने आया है। इसका सर्वे कृषि, राजस्व और पंचायत विभाग के अधिकारियों की ज्वाईंट टीम करेगी। थोड़ा समय लग सकता है, लेकिन प्रभावित किसानों को पूरी राहत दी जाएगी। इसके साथ फसल बीमा का क्लैम भी दिलाया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि फसल बीमा प्रावधानों में अभी सुधार की जरूरत है, इसके लिए हम केन्द्र को लिखेंगे। उन्होंने कहा कि जिन किसानों की फसलें बर्बाद नहीं हुई हैं वे कर्ज की बकाया राशि तत्काल जमा कराएं, नहीं तो उनसे सख्त तरीके से वसूली की जाएगी। उन्होंने कहा कि यदि बैंको को पैसा नहीं मिला तो वह बैठ जाएंगे। यही बैंक किसानों को हर जरूरत पर कर्ज देती हैं। हमें इनका भी ख्याल रखना होगा।
6 माह तक एक स्र्पए किलो में मिलेगा खाद्याान्न
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि जिन किसानों की शत-प्रतिशत फसलें बर्बाद हो गई हैं। उन्हें सभी प्रकार की राहतों के साथ अगले 6 माह तक एक स्र्पए किलों में गेहूं, चावल, नमक और रियायती दाम पर शक्कर दी जाएगी। वहीं चार लीटर केरोसिन प्रतिमाह दिया जाएगा। इसके अलावा किसान की बेटी के विवाह पर सभी राहतों के अतिरिक्त 25 हजार स्र्पए मुख्यमंत्री कन्यादान योजना से दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस आपदा की घड़ी में सरकार उनके साथ खड़ी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के कई जिलों में बहुत बड़े-बड़े ओले पड़े हैं, इससे गरीबों के खपरैल और मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। हम इस नुकसान की भी भरपाई करेंगे। इसके अलावा कुम्हारों के बर्तन टूटे हैं तो उसका भी पैसा देंगे। आरबीसी 6-4 के हिसाब से पशु हानि मुआवजा दिया जाएगा। वहीं मुर्गा-मुर्गी के 40 की जगह 60 स्र्पए का मुआवजा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि हम प्रदेश का विकास रोक देंगे, लेकिन पीड़ित किसान को परेशान नहीं होने देंगे। उनकी हर संभव मदद करेंगे।
इंकम टैक्स देने वालों को नहीं मिलेगा मुआवजा
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस विधायक सुंदरलाल तिवारी ने बहुत अच्छा सुझाव दिया है। कि इंकम टैक्स देने वाले बड़े लोगों को किसान की श्रेणी से अलग किया जाए। इन लोगों को फसलों का मुआवजा न दिया जाए। हम इस पर गंभीरता से विचार करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं खुद भी इससे सहमत हूं कि बड़े-बड़े लोगों ने अपने निवेश के लिए फार्म हाउस बना रखें हैं, इन्हें फसल हानि का मुआवजा क्यों दिया जाए। यह तो इन्वेस्टर हैं किसान नहीं। इनसे बचने वाला पैसा गरीब किसानों को अधिक फायदा दे सकता है।