भोपाल। सरकारी बीमा कंपनियां अब सड़क हादसों में घायल हर व्यक्ति को स्पॉट कवर देने जा रही हैं। न्यू इंडिया एश्योरेंस ने प्रदेश सरकार को पहला प्रस्ताव भेजा है। इसके अनुसार घायल व्यक्ति को इलाज के लिए 25 हजार रुपए तक और मृत व्यक्ति के परिजनों को 50 हजार रुपए की मदद फौरन मिलेगी। वह भी नाममात्र 18 रुपए सालाना प्रीमियम पर। प्रदेश में दूसरे राज्य से आया व्यक्ति भी स्पॉट कवर का हकदार होगा।
प्रदेश की आबादी फिलहाल 7.34 करोड़ है। इस हिसाब से सरकार पर सालाना करीब 135 करोड़ रुपए खर्च आएगा। कंपनी ने सरकार को यह राशि जुटाने के उपाय भी बताए हैं। उसने प्रदेश के सभी टोल नाकों पर एक रुपया अधिभार लेने का सुझाव दिया है। प्रदेश में हर साल एक लाख की आबादी पर 11 लोगों की मौत हादसों में होती है। इनमें से 62 फीसदी हादसे नेशनल और स्टेट हाईवे पर होते हैं।
पिछले दिनों एशियन डेवलपमेंट बैंक (एडीबी) ने मप्र में सड़क हादसों में शिकार लोगों की सहायता के उपायों को नाकाफी बताया था। चीफ जनरल मैनेजर दीपक भारद्वाज ने कहा कि हम इसमें दूसरी कंपनियों को भी शामिल करना चाहते हैं। यह कवर पूरी तरह से नो प्रॉफिट नो लॉस पर होगा।
अभी क्या
तुरंत सहायता नहीं मिलने से घायलों के इलाज में परेशानी आती है। मृतक के परिजनों को सरकार 12.5 हजार रु. देती है, लेकिन इसमें कई दिन लग जाते हैं। मामला कोर्ट में जाने पर क्लेम मिलने में सालों लग जाते हैं।