भोपाल। कंगाल हो चुकी मप्र सरकार पैसा बनाने के लिए कुछ भी कर रही है। दूरदराज की बात तो दूर राजधानी में ही आबकारी विभाग ने 2 बैंकों के बीच में शराब के आहते को परमिशन दे दी है। अब यदि बैंकों की सुरक्षा खतरे में आ गई तो यह प्रॉबलम बैंकों की है, मप्र शासन को इससे क्या ?
प्रदेश में शराब माफियों के द्वारा सरकार से अनुबंध करके अंग्रजी एवं देशी शराब के ठेके संचालित कर जनता का खूब पिलायें की तर्ज पर प्रारम्भ किए जा रहे है। सरकारी स्कूल हो या पार्क हो या देव स्थान हो या सार्वजनिक स्थान हों सब दिशा निर्देशों को आबकारी महकमें एवं कलेक्टरो द्वारा ताक पर रख दिया गया है।
भोपाल महानगर में दर्जनों स्थानों पर देशी एवं अंग्रेजी शराब की दुकाने 1 अप्रैल से प्रारम्भ होने जा रही है। जिनके खुलने से आम नागरिको का जीना तो दुर्भर होगा किन्तु कभी भी किसी समय अपराधिक घटना घट सकती है।
महाराणा प्रताप नगर जोन 2 में स्थ्ति ’सोमग्रुप’ के पास के भवन में नई दुकान ज्योति चैराहे से यहाॅ शिफ्ट होने जा रही है जिस भवन के आसपास बैकों की शाखाए है कौन विरोध करे चूकि दुकान डालने वाला बड़ा माफिया है।
पुराने सुभाष नगर रेल्वे क्रासिंग के पास विश्रामघाट भेल की और जाने वाले मार्ग के किनारे रेल्वे के अतिक्रमण की जगह पर किरायेदार से अनुबंध कर शराब ठेकेदार पुनः यह दुकान यही पर शुरू करने जा रहा है जो आम लोगों के लिए सिरदर्द बनी है पार्क में भी बच्चों एवं महिलाओं का आना जाना बंद पड़ा है पूरे पार्क को अतिक्रमण करने वालो ने घेर रखा है। सीएम हेल्पलाइन में षिकायत के बाद भी कार्यवाही नहीं हुई अब जनता किसके पास जाए।
आर.एस.अग्रवाल
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