उपदेश अवस्थी/भोपाल। आने वाली 3 अप्रैल को मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की किस्मत का फैसला हो सकता है। इस दिन यह तय किया जा सकता है कि शिवराज सिंह चौहान सत्ता में ही रहेंगे या फिर संगठन का काम देखेंगे। इस दिन यह भी तय किया जा सकता है कि वो मध्यप्रदेश में रहेंगे या दिल्ली में या फिर कहीं और।
दरअसल 3 अप्रैल को बेंगलुरू में भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होने जा रही है। इधर मोदी के मंत्रीमंडल का विस्तार भी होना है और मोदी के मंत्रियों को मिले संगठन के पद वापस लिए जाने हैं। ऐसी स्थिति में तबादलों का दौर जारी रहेगा। यहां से वहां भी काफी होंगे। कई दिग्गज नेताओं के नाम इस लिस्ट में हैं जिन्हें यहां से वहां किया जाना है।
इसी लिस्ट में एक नाम शिवराज सिंह चौहान का भी है। हालांकि वो पिछले 1 साल से लगातार इस लिस्ट में आते हैं लेकिन ऐन मौके पर उनका नाम अगली बैठक के लिए बढ़ा दिया जाता है। कुछ इसी तरह बढ़ते बढ़ते शिवराज सिंह चौहान का नाम 3 अप्रैल की मीटिंग में आने वाला है।
आरएसएस के कई बड़े प्रचारकों का मानना है कि शिवराज सिंह चौहान का उपयोग अब संगठन के काम में लिया जाना चाहिए। ऐसा करने से मध्यप्रदेश में मजबूती भी बनी रहेगी और शिवराज की क्षमताओं का पूरा लाभ लिया जा सकेगा। भले ही केन्द्र में भाजपा की पूर्णबहुमत वाली सरकार है परंतु देश में अभी भी कई इलाके ऐसे हैं जहां भाजपा के पास प्राथमिक सदस्य तक नहीं हैं। लोगों को जोड़ने के लिए शिवराज से बेहतर कोई नहीं हो सकता।
बिहार का चुनाव अभियान भी जरूरी है। यूपी, बिहार और ऐसे कई राज्यों में भाजपा की सरकार बनाना है। यदि शिवराज सिंह चौहान को 6 महीने पूर्णकालिक के तौर पर लगाया जाए हालात निश्चित रूप से बदल जाएंगे। शिवराज की क्षमताओं पर कोई संदेह नहीं कर सकता। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री होने के कारण वो समय नहीं दे पाते। दर्जन या दो दर्जन सभाओं से कोई खास लाभ नहीं निकलता।
कुल मिलाकर 3 अप्रैल को यह तय हो जाएगा कि शिवराज सिंह चौहान मध्यप्रदेश के सीएम रहेंगे या नहीं, और यदि रहेंगे तो कितने दिनों तक।
मप्र से ये नेतागण होंगे शामिल
नरेंद्र सिंह तोमर, थावरचंद गेहलोत, सुषमा स्वराज, नजमा हेपतुल्ला, शिवराज सिंह चौहान, नंदकुमार सिंह चौहान, अरविंद मेनन, माखन सिंह, भगवत शरण माथुर, प्रभात झा, सौदान सिंह, फग्गन सिंह कुलस्ते, कैलाश जोशी, सुंदरलाल पटवा, बाबूलाल गौर, विक्रम वर्मा, अनिल दवे, कैलाश विजयवर्गीय, प्रहलाद पटेल, जयभान सिंह पवैया।
ये करेंगे शिवराज की ब्रांडिंग
सुषमा स्वराज
नंदकुमार सिंह चौहान
सुंदरलाल पटवा
ये सुझा सकते हैं शिवराज का विकल्प
नरेंद्र सिंह तोमर
अरविंद मेनन
प्रभात झा
कैलाश जोशी
बाबूलाल गौर
अनिल माधव दवे
कैलाश विजयवर्गीय
प्रहलाद पटेल
जयभान सिंह पवैया