भोपाल। संविदा शिक्षक बनने के लिए अभ्यर्थियों को ऑनलाइन परीक्षा देनी होगी। वे निर्धारित समय पर परीक्षा केंद्र में कम्प्यूटर पर प्रश्न हल करेंगे। यह परीक्षा मप्र व्यावसायिक परीक्षा मंडल कराएगा। राज्य शासन ने बुधवार को संविदा शाला शिक्षक वर्ग एक, दो और तीन पात्रता परीक्षा की नियोजन प्रक्रिया घोषित कर दी है। हालांकि परीक्षा कब होगी, यह निर्णय व्यापमं लेगा। यह परीक्षा 41,500 पदों के लिए हो रही है।
वर्ष 2011 और 2012 में संविदा शिक्षक भर्ती परीक्षा में सामने आई गड़बड़ियों के बाद शासन ने संविदा शिक्षकों की नियोजन प्रक्रिया में बड़ा बदलाव किया है। शिक्षक बनने के लिए परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों को अब ऑनलाइन परीक्षा देनी होगी। परीक्षा कैसे और कब कराई जाएगी। इसका निर्णय व्यापमं लेगा, लेकिन अभ्यर्थियों को निर्धारित स्थान और समय पर एमपी ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से प्रश्नों के उत्तर ऑनलाइन देने होंगे।
ऑनलाइन बनेंगे अतिथि शिक्षकों के अनुभव प्रमाण पत्र
इतना ही नहीं, अभ्यर्थियों के परीक्षा फार्म से लेकर अन्य दस्तावेज ऑनलाइन रहेंगे। इन दस्तावेजों को कोई भी देख सकेगा और गड़बड़ी होने पर आपत्ति भी ले सकेगा। इस परीक्षा में अतिथि शिक्षकों को 200 से 399 दिन पढ़ाने पर 5 अंक, 400 से 599 दिन पढ़ाने पर 10 अंक और 600 दिन से अधिक पढ़ाने पर 15 अंकों का अधिभार दिया जाएगा। यह लाभ मेरिट में आने वाले अभ्यर्थियों को मिल पाएगा। अतिथि शिक्षकों के अनुभव प्रमाण पत्र भी ऑनलाइन ही जेनरेट किए जाएंगे।
शेष पद प्रतीक्षा सूची से भरे जाएंगे
रिक्त पदों से ज्यादा चयनित अभ्यर्थियों को प्रतीक्षा सूची में रखा जाएगा। यह सूची विकल्पों के आधार पर विषयवार, आरक्षणवार, श्रेणीवार तैयार की जाएगी। मेरिट में आए अभ्यर्थियों में से जो पदभार ग्रहण नहीं करेंगे। उनके स्थान पर प्रतीक्षा सूची के अभ्यर्थियों को मौका मिलेगा।