ग्वालियर। यहां दिन दहाड़े 50 से ज्यादा गुंडों ने एक मोहल्ले में आतंक बरपाया। वो एक महिला के घर में तोड़फोड़ कर रहे थे, महिला ने लोगों से मदद मांगी। फिल्मी स्टाइल में गुंडों ने हर उस आदमी को मारा व सामान तोड़ डाला जिसने महिला की मदद के लिए हाथ बढ़ाया। यह सबकुछ खुलेआम चलता रहा, लेकिन पुलिस नहीं आई।
मकान खाली कराने के विवाद में करीब 50 बदमाशों ने पड़ाव थाना इलाके के तानसेन रोड़ लोको के पास स्थित झंडा वाले हनुमान वाली गली में सीमा पत्नी रामप्रताप तोमर के घर में उनकी अनुपस्थिति में रह रही सीमा की भाभी अर्पणा को मकान खाली करने को बोला, विरोध करने पर मोबाइल छीनकर कैमरों को छतिग्रस्त कर दिया।
महिला भागकर पड़ौस में रहने वाले तीन अलग-अलग लोगों से मदद मांगने गई, बदमाशों ने आतंक फैलाते हुये उनकी दुकानों की भी तोड़फोड़ कर दी। जिस इलैक्ट्राॅनिक दुकान पर मदद मांगने महिला गई, बदमाशों ने उस दुकान पर हमला कर उसकी टीबी तोड़ दी। एक अन्य दुकान पर भी मदद मांगने गई, उस दुकानदार की मारपीट कर दी। 500 मीटर दूर से पुलिस को सूचना देने पर पुलिस नहीं पहुंच पाई।
बाद में जब बदमाश भाग गये, तब पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जानकारी ली और नागरिकों के सहयोग से संजय यादव व जमील खां को गिरफ्तार कर एमपी 07 सीडी 9388 कार व एमपी 07 बीए 0754 कार जप्त कर ली। कुछ लोगों द्वारा इनके ऊपर पथराव भी किया गया। पीड़ित अर्पणा ने सोने की चैन व सीमा के बड़े बेटे की शादी के लिये बनवाये जेवर वाला बैग भी लेने जाने का आरोप लगाया।
4 घंटे बाद बदमाश फिर धमकी देने पहुंचे, संयोग से अर्पणा के परिजन अचानक थाने से वापिस घर आ गये, जिस पर घेराबंदी कर विजय चौधरी नामक युवक को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। मकान मालिक मनीष शर्मा जिसने यह मकान सीमा के जेठ प्रताप सिंह से 2012 में खरीदा है। वह भी विजय चौधरी के साथ आया था वह भाग गया। बटवारे में एक पक्ष ने मकान मनीष शर्मा को बेच दिया है। इस घटनाक्रम में मोहल्ले वाले भारी खौफजदा रहे हैं।