भिंड। बिरला इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल रिसर्च सेंटर के डॉक्टरों की गलती के कारण भिंड के अमन की मौत हो गई। उसे स्वाइन फ्लू था। लक्षण साफ दिखाई दे रहे थे। वो 19 दिन तक बिरला अस्पताल में भर्ती रहा परंतु डॉक्टरों ने स्वाइन फ्लू की जांच तक नहीं कराई। अंतत: उसकी दुखद मौत हो गई। परिजन आक्रोशित हैं परंतु प्रशासन बस आश्वासन देकर चला गया।
शहर के वीरेन्द्र नगर निवासी अमन श्रीवास्तव पुत्र नरेन्द्र श्रीवास्तव के परिजनों ने डाॅक्टर्स की टीम को बताया कि वह पिछले कई दिनों से दिल्ली में ही रह रहा था। गुजरे 20 फरवरी को उसका स्वास्थ्य खराब हुआ और उसने दिल्ली के साकेत हास्पिटल में उपचार लिया। 23 फरवरी को जब अमन से हास्पिटल में एडमिट होने के लिए कहा गया तो उसकी मां ने उसे ग्वालियर बुला लिया। 24 फरवरी को अमन ने ग्वालियर के बिड़ला हास्पिटल में चिकित्सकीय परामर्श लिया। दो-तीन दिन दिखाने के बाद 28 फरवरी को अमन को बिड़ला हास्पिटल में भर्ती कर लिया गया। यहां से उसे पांच मार्च को डिस्चार्ज कर दिया गया। छह और सात मार्च को वह पूर्णत: स्वस्थ्य रहा। अचानक आठ मार्च को उसकी तबियत फिर से बिगड़ गई। आनन फानन में उसे फिर बिड़ला हास्पिटल में भर्ती कराया गया और नौ मार्च को उसने दम तोड़ दिया। खास बात तो यह है कि 19 दिन तक दिल्ली और ग्वालियर में इलाज चलने के बाद भी उसकी स्वाइन फ्लू की जांच नहीं कराई गई। जबकि अमन की मेडिकल रिपोर्ट के अनुसार उसे बुखार रहा था।