नईदिल्ली। जम्मू-कश्मीर विधानसभा के पहले दिन की शुरूआत तीखी बहसबाजी के साथ हुई। यह बहस पक्ष और विपक्ष में नहीं थी बल्कि सत्ता के ही 2 संगठन पीडीपी-भाजपा के बीच हुई। भाजपा की ओर से सिर्फ एक विधायक ने पाक परस्ती की बातों पर तल्ख आपत्तियां उठाईं एवं जवाब दिए। ये वही है जिन्होंने वैष्णोमाता के नाम पर शपथग्रहण की थी और नाम है रवीन्द्र रैना।
पढ़िए जम्मू से से आ रही विवेक सिंह की यह रिपोर्ट
जम्मू-कश्मीर में पीडीपी-भाजपा सरकार के पहले विधानसभा सत्र के शुरू में ही पाकिस्तान मुद्दा बन गया। राज्यपाल के अभिभाषण में जम्मू-कश्मीर का विवादित करार दे पश्चिमी पाकिस्तान के रिफ्यूजियों को वापस भेजने का मुद्दा उठा तो विधानसभा के अंदर कश्मीर के अनंतनाग को इस्लामाबाद कहना बहस का कारण बन गया।
अफजल गुरु के अवशेष व राजनीतिक कैदियों की रिहाई का मुद्दा बनाने की तैयारी कर आए लंगेट के विधायक इंजीनियर रशीद को भाजपा विधायक रवीन्द्र रैना ने राज्यपाल अभिभाषण व विधानसभा के अंदर घेरा व दोनों में तीखी नोक झोंक हुई।
विधानसभा सत्र के पहले दिन इंजीनियर रशीद के पाकिस्तान का मुद्दा उठाने पर भाजपा विधायक रवीन्द्र रैना ने कहा कि जम्मू-कश्मीर देश का अभिन्न अंग है। दोनों देशों के बीच सिर्फ गुलाम कश्मीर ही विवादित है। पाकिस्तान से प्यार करने वालों को वहां चले जाना चाहिए।
राज्यपाल के अभिभाषण में विघ्न डालने का प्रयास करते हुए इंजीनियर रशीद ने कहा कि जम्मू-कश्मीर विवादित है व पश्चिम पाकिस्तान के रिफ्यूजियों को वापस पाकिस्तान चले जाना चाहिए। रवीन्द्र रैना इंजीनियर के बयान पर उठ खड़े हुए। उन्होंने कहा कि राज्य भारत का अभिन्न अंग है व रिफ्यूजी राज्य व देश के निवासी हैं। पाकिस्तान से प्यार करने वाले वहीं पर चले जाएं। जिस राज्य में देश के लिए फौजी शहीद हो रहे हों, वहां पर आतंकवादियों का सम्मान नहीं होने दिया जाएगा।
इस दौरान इंजीनियर के बयानों पर कड़ी प्रतिक्रिया जताने वाले रवीन्द्र रैना उपमुख्यमंत्री डॉ. निर्मल सिंह व वन मंत्री बाली भगत के समझाने के बाद ही शांत हुए।
कश्मीर में इस्लामाबाद नहीं अनंतनाग है
जम्मू। दिवंगत विधायकों को विधानसभा में श्रद्धांजलि देने के लिए शोक प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान इस्लामाबाद का मुद्दा उठ गया। स्पीकर कवीन्द्र गुप्ता ने बताया कि दिवंगत अब्दुल सलाम देवा का जन्म इस्लामाबाद में हुआ था। नेकां के उस्मान मजीद ने उठकर पूछ लिया कि यह पाकिस्तान का इस्लामाबाद है या कश्मीर का। इस पर बहस हो गई व भाजपा विधायक रवीन्द्र रैना ने कहा कि कश्मीर में इस्लामाबाद नहीं अनंतनाग है। देवा विभाजन से पूर्व पाकिस्तान में पैदा हुए थे। इस पर इंजीनियर रशीद भी उठ गए व बहस हो गई।
इंजीनियर ने कहा कि अनंतनाग नहीं, इस्लामाबाद है। जबकि रैना ने राजस्व रिकॉर्ड में नाम अनंतनाग होने का हवाला देते हुए पूछा कि नाम किसने व कब बदला। इस पर इंजीनियर ने कहा कि सरकारी आदेश नहीं मानते हैं।
अफजल गुरु पर मुझे नेकां, कांग्रेस व पीडीपी का समर्थन
जम्मू। निर्दलीय विधायक इंजीनियर रशीद ने संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरु के शव को लाने का मुद्दा उठाते हुए कहा है कि इस पर उन्हें नेकां, कांग्रेस, पीडीपी का समर्थन है। पत्रकारों से बातचीत करते हुए इंजीनियर ने कहा कि केंद्र सरकार कसाब का शव लौटाने के लिए पाकिस्तान से रहम मांग रहा है जबकि कश्मीर अफजल गुरु का शव नहीं दे रहा है। इंजीनियर ने कहा कि केंद्र डरता है कि कश्मीर में गुरु का मकबरा बन जाएगा। ऐसा नहीं होगा व मानवीय आधार पर ही केंद्र सरकार को गुरु का शव उसके परिवारजनों का सौंपना चाहिए।