भोपाल। राजधानी के समीप सीहोर में लगने वाला रेल इंजन कारखाना गुजरात शिफ्ट होने संबंधी चर्चाएं थम गई हैं। खबर है कि अप्रैल से प्रोजेक्ट का काम शुरू हो जाएगा। दरअसल ऐसी खबरें थीं कारखाना लगाने वाली कंपनी पर्याप्त सहयोग और जरूरी सुविधाएं नहीं मिलने से नाखुश है और प्लांट को गुजरात ले जा रही है।
दो साल पहले मंडीदीप स्थित दौलतराम इंजीनियरिंग कंपनी और अमेरिका की नेशनल रेलवे इक्यूपमेंट कंपनी (एनआरईसी) के संयुक्त उपक्रम के तहत सीहोर में रेल इंजन बनाने का कारखाना लगाने का करार हुआ था। खबरें आ रहीं थीं कि उद्योग विभाग से सहयोग न मिलने के कारण कंपनी प्रोजेक्ट को गुजरात ले जा रही है, लेकिन अब कारखाना लगने के काम ने गति पकड़ ली है। कंपनी के अधिकारियों के मुताबिक ट्रायल इंजन पर काम भी शुरू हो गया है। इनमें से एक इंजन चैन्नई मेट्रो को सप्लाय भी कर दिया गया है।
यह था विवाद
कंपनी ने सीहोर में प्लांट लगाने की शुरुआत कर दी थी। जमीन आवंटन और अन्य अनुमतियों संबंधी फाइल अटकी तो कंपनी की सब्र टूटने लगी। इसी बीच खबर यह भी आई कि कंपनी के रेल इंजन में उपयोग होने वाले उत्पादों पर रेलवे की डिजाइन विंग आरडीएसओ ने भी एरर निकाल दिए। इसके बाद काम का धीमा पड़ गया। यह भी चर्चा चली कि दौलतराम ग्रुप ने अहमदाबाद स्थित एक कंपनी के साथ टाइअप कर वहां पर इंजन कारखाने को मूर्तरूप देने का प्रयास शुरू कर दिया है। दौलतराम ग्रुप ने इंजन कारखाने के लिए इंटरव्यू तक कर लिए हैं। हालांकि बाद में सभी जरूरी अनुमतियां और औपचाकिताएं पूरी हो गर्इं तो कंपनी तेज गति से अपने काम में जुट गई।
CM ने किया था भूमि पूजन
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने सीहोर के शेरपुर गांव में इस इंजन कारखाने के लिए भूमिपूजन किया था। इसके बाद यहां काम शुरू हो गया था।
200 करोड़ का प्रोजेक्ट
प्रोजेक्ट 200 करोड़ रुपए की लागत से प्रस्तावित है। कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर सीपी शर्मा के मुताबिक कारखाने में 40 इंजन के निर्माण का लक्ष्य रहेगा। कुल 50 एकड़ क्षेत्र में यह कारखाना प्रस्तावित था।
इनका कहना है
दौलतराम ग्रुप को उद्योग विभाग की तरफ से जमीन आवंटित की गई है। इसके बारे में अधिक जानकारी ट्रायफेक के अफसर दे पाएंगे।
वीके सोनकिया, संयुक्त संचालक उद्योग, भोपाल व होशंगाबाद संभाग
कारखाना मध्यप्रदेश से गुजरात शिफ्ट हो रहा है, इस बारे में हमें कोई जानकारी नहीं है।
रामबाबू भोसले, सीईओ जिला पंचायत
लोको मोटिव इंजन का कारखाना सीहोर के पास शेरपुर गांव में ही शुरू किया जा रहा है। इस प्रोजेक्टके गुजरात जाने की खबरें निराधार हैं। ट्रायल इंजन पर काम चल रहा है। एक ट्रायल इंजन चैन्नई मेट्रो को भेजा भी जा चुका है। अप्रैल से कारखाने का काम गति पकड़ लेगा।
सीपी शर्मा, एमडी, दौलतराम इंजीनियरिंग