भोपाल। मध्यप्रदेश में ओला-पीडि़त किसानों के मदद के लिए राज्य सरकार तो आगे आई ही है और उनकी भरपूर सहायता कर रही है, अब केंद्रीय सत्ता में बैठी मोदी सरकार ने भी अपना खजाना खोलने का मन बना लिया है। केंद्र द्वारा आश्वासन दिया गया है कि मध्यप्रदेश में बीते दिनों भारी बारिश एवं ओलावृष्टि से जिन किसानों की फसलें चैपट हो गई हैं, उन्हें भरपूर मदद दी जाएगी।
दरअसल, रविवार को केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह एक दिवसीय दौरे पर मध्यप्रदेश आए थे। इस दौरान उन्होंने राज्य के ओला-प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण कर किसानों पर जो संकट आया है, उसका जायजा लिया, जिसे देखकर वे द्रवित हो गए और केंद्र की ओर से प्रदेश के ओला-पीडि़त किसानों के लिए कई घोषणाएं कर दीं। उन्होंने कहा कि संकट की घड़ी में केन्द्र सरकार भी किसानों के साथ है। उन्होंने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री ने मध्यप्रदेश सहित सभी राज्यों से कहा है कि प्राकृतिक आपदा से पीडि़त किसानों को तत्परता से फौरी राहत दें। साथ ही फसलों की सर्वे रिपोर्ट केन्द्र को भेजें।
उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार सर्वे रिपोर्ट के आधार पर हर-संभव सहायता मुहैया करवायेगी। श्री सिंह ने आज ग्वालियर जिले के ग्राम खेड़ा टांका में ओला प्रभावित फसलों का जायजा लिया और किसानों से रू-ब-रू होकर उन्हें ढाँढस बँधाया। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान और केन्द्रीय इस्पात एवं खान मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर भी उनके साथ थे। केन्द्रीय गृह मंत्री ने ओला वृष्टि से प्रभावित फसलों पर दुरूख जाहिर करते हुए कहा कि ऐसी प्राकृतिक आपदा मैने पहली बार देखी है। उन्होंने किसानों से कहा कि धैर्य बनाए रखें और हिम्मत न हारें। श्री राजनाथ सिंह ने ग्राम खेड़ा टांका के सर्वश्री देवेन्द्र, रामसिंह, जागेन्द्र, सुखलाल, कुंदन सिंह एवं भारत सिंह के खेतों में पहुँचकर प्रभावित फसलों का जायजा लेकर उन्हें ढाँढस बँधाया।
वहीं, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने यह बात दोहराई कि विकास कार्य रूकते हैं तो रूक जाएँ। प्रदेश सरकार बेमौसम बारिश एवं ओलों से प्रभावित किसानों को राहत मुहैया करवाने में धन की कमी नहीं आने देगी। उन्होंने कहा कि किसानों को राजस्व पुस्तक परिपत्र के प्रावधानों के तहत राहत के साथ ही फसल बीमा का लाभ भी दिलायेंगे। इसके लिये हर प्रभावित गाँव में फसल कटाई प्रयोग करवाने के स्पष्ट निर्देश सभी जिला कलेक्टर को दिये गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले साल प्राकृतिक आपदा से पीडि़त किसानों को प्रदेश सरकार ने 3300 करोड़ रूपए की राहत बाँटी थी, जो पूरे देश में सर्वाधिक थी। इस साल भी प्रभावित किसानों को राहत देने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी जायेगी।
श्री चैहान ने कहा कि सरकार ने प्रभावित किसानों से कर्ज की वसूली रोक दी है। साथ ही एक वर्ष तक के ब्याज की भरपाई भी सरकार द्वारा की जायेगी। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदा से पीडि़त किसान की बेटी के विवाह के लिए राज्य सरकार 25 हजार रूपए देगी। पीडि़त किसानों को यह सहायता प्राप्त करने के लिये सामूहिक विवाह सम्मेलनों में बिटिया का विवाह करने का बंधन नहीं होगा। उन्होंने प्रभावित किसानों को एक रूपए किलो गेहूँ, चावल एवं नमक, चार लीटर मिट्टी का तेल और सस्ती दर पर शक्कर मुहैया करवाने की बात भी दोहराई। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर केन्द्रीय गृह मंत्री से माँग की कि गेहूँ की खरीदी में एफएक्यू मापदण्ड (गुणवत्ता मानक) में शिथिलता केन्द्र सरकार से दिलवाई जाए। इससे किसानों को बड़ी राहत मिलेगी।
केन्द्रीय इस्पात एवं खान मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि केन्द्रीय गृह मंत्री भारत सरकार से मध्यप्रदेश के किसानों को हर-संभव मदद दिलवाने में पूरा सहयोग करेंगे। श्री तोमर ने राज्य सरकार द्वारा किसानों के हित में उठाए गए कदमों की भी सराहना की।