इंदौर। सफाई अभियान की शुरुआत नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और महापौर मालिनी गौड़ ने सुबह राजवाड़ा उद्यान से की। यहां अफसर और सफाईकर्मी वक्त से पहले आ गए थे। उन्होंने आसपास झाड़ू लगाई। उद्यान की सफाई शुरू हुई तो अफसरों ने कहा कि यहां थोड़ा कचरा रहने दो, क्योंकि मंत्रीजी सफाई करेंगे।
कुछ देर बाद पार्षद रत्नेश बागड़ी आए। साढ़े 8 बजे मंत्री व महापौर उद्यान पहुंचे। उन्होंने बगीचे के आसपास झाड़ू लगाई और टोकरी में कचरा भरकर पेटी में डाला। मंत्री विजयवर्गीय ने अफसरों से कहा कि 56 दुकान, सराफा, बर्तन बाजार, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड जैसे इलाकों की दिन में दो बार सफाई होना चाहिए। बाद में कुशवाह नगर में भी सफाई अभियान चला।
मेन रोड तो साफ दिखी लेकिन गलियों में कचरा ही नहीं उठा
सफाई अभियान के लिए शहर में सोमवार का दिन तय है। इस बार भी शहर के बड़े लोग अभियान का हिस्सा बने। हालांकि अभियान का असर इतनाभर दिखा कि मेन रोड साफ-सुथरी नजर आई, लेकिन गलियां बदहाल थीं। वहां से कचरा तक नहीं उठाया गया।
कम्यूनिटी हॉल के सामने कचरा
महापौर परिषद सदस्य सूरज कैरो के वार्ड में लाला का बगीचा बस्ती है। यहां दोपहर साढ़े तीन बजे तक सफाई नहीं हुई थी। कम्यूनिटी हॉल के समीप पेटी कचरे से भरी थी। उसके आसपास 10 फीट तक कचरा फैला हुआ था।
स्वास्थ्य समिति प्रभारी का वार्ड भी था गंदा
सुखलिया क्षेत्र से पार्षद बने राजेंद्र राठौर को स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है। उनके वार्ड के बाशिंदे ही कचरे की समस्या से परेशान हैं। ईश्वर नगर के खुले हिस्सों में कचरा फैला हुआ था। हीरानगर चौराहा पर रिक्शा स्टैंड के समीप कचरे का ढेर नहीं उठा और आवारा पशु उसे फैला रहे थे। जलकार्य समिति प्रभारी बलराम वर्मा के वार्ड के वैशाली नगर मेनरोड पर भी कचरा फैला हुआ था।
अस्पताल के सामने गंदगी
जिला अस्पताल के सामने पेटी के आसपास कचरा फैला हुआ था। यहां दो-तीन दिन में एक बार कचरा उठता है और कचरा उड़कर अस्पताल परिसर में आता रहता है।
बाहर सफाई, भीतर कचरा
जंजीरवाला मेन रोड पर रखी दो कचरा पेटियों के आसपास सफाई थी, लेकिन आईडीए चौराहा से भीतर की तरफ कॉलोनी में जानेवाली गली में गंदगी फैली थी। ओल्ड पलासिया रोड चकाचक थी, लेकिन लक्ष्मी मेमोरियल अस्पताल के समीप रखी पेटी के आसपास कचरा फैला हुआ था। नेहरू नगर की तीन गलियों में भी गंदगी थी।