भोपाल। यूं तो लोकसेवकों के लिए बने कानून इसकी इजाजत नहीं देते कि कोई अधिकारी या कर्मचारी आॅनड्यूटी किसी नेता या मंत्री से कुछ इस तरह का बर्ताव करे जो पक्षपात या उसके किसी एक दल या नेता के प्रति झुकाव को प्रमाणित करता है, निष्पक्षता शासकीय सेवा की पहली शर्त है परंतु इस वाईफाई युग में पब्लिक इसे कितनी गंभीरता से लेती है और राजनीति में शुचिता की बात करने वाले अब क्या विचार रखते हैं यह दीगर हो चला है।
खबर यह है कि इंदौर में परिवहन विभाग के विशेष अभियान में आरटीओ डॉ. एमपी सिंह दल के साथ बुधवार सुबह विजय नगर चौराहे पर चेकिंग कर रहे थे। इस दौरान सुबह करीब 10.30 बजे मंत्री कैलाश विजयवर्गीय वहां से गुजरे तो कार्रवाई देख गाड़ी रोकी। उन्हें देख आरटीओ उनकी कार के पास पहुंचे और खिड़की में से ही हाथ डालकर मंत्री के पैर छू लिए। मंत्रीजी ने भी तुरंत आशीर्वाद दे दिया, पूछा- सब ठीक चल रहा है या नहीं।
अब देखना यह भी रोचक होगा कि मप्र शासन की गरिमा बनाए रखने की जिम्मेदारी उठाने वाले वरिष्ठ अफसर इस संदर्भ में क्या प्रतिक्रिया देते हैं। देते भी हैं या...।