श्योपुर। बारिश व ओलावृष्टि से बर्बाद हुई फसल व सब्जियों के पौधे देख एक महिला किसान की सदमे से मौत हो गई। श्योपुर तहसील की जलालपुरा ग्राम पंचायत के झोंपड्या गांव में हुई यह घटना मंगलवार की शाम की है। फसलों के सर्वे में देरी और महिला किसान की मौत के बाद गुस्साए किसानों ने कोटा-श्योपुर हाईवे पर चक्काजाम कर दिया। सुबह 08 बजे से लगा जाम करीब चार घंटे दोपहर 12 बजे खुल पाया। इस दौरान ग्रामीणों का दो पटवारियों से भी हाथापाई हो गई। नौबत यहां तक पहुंच गई कि पटवारियों को भागकर बचना पड़ा।
किसानों के साथ जाम में शामिल हुए कांग्रेस नेता अतुल चौहान एवं स्थानीय लोगों ने तहसीलदार प्रदीप शर्मा को बताया कि झोंपड्या गांव की धापो बाई (59) पत्नी मूलचंद माली ने अपने दो बीघा खेत में टमाटर, हरी मिर्च, बैगन, भिंडी की पौध तैयार की थी, लेकिन शुक्रवार-शनिवार को हुई बारिश व ओलावृष्टि से सब्जियों की पौध पूरी तरह बर्बाद हो गई। मंगलवार की शाम धापोबाई खेत में पहुंची, चारों ओर बर्बादी देख करीब 15 मिनट तक वह रोती रही। उसके बाद उसके सीने में दर्द शुरू हो गया। परिजन धापोबाई को घर ले आए, जहां कुछ देर बाद ही उसने दम तोड़ दिया। जाम में बैठे ग्रामीणों की शिकायत पर तहसीलदार ने इस मामले को अपनी डायरी में लिख लिया और पीड़ित परिवार को उचित मदद का भरोसा दिलाया। जाम के दौरान स्थानीय पटवारी रामहेत टैगोर व संजय सोनी के साथ गुस्साए किसानों ने धक्कामुक्की कर दी। विवाद बढ़ता देख पटवारियों को वहां से भागना पड़ा। बाद में तहसीलदार शर्मा ने ग्रामीणों को शांत कर दोनों पटवारियों को सर्वे के लिए भेज दिया।
ग्रामीणों ने सदमे से महिला की मौत की जानकारी दी है। मैंने यह बात नोट कर ली है। महिला की मौत के कारण पता लगाकर पीड़ित परिवार को प्रशासन की ओर से संभव मदद दी जाएगी।
प्रदीप शर्मा
तहसीलदार, श्योपुर