इंदौर। 10वीं के सामाजिक अध्ययन का पेपर देते समय शुक्रवार को एक छात्रा की परीक्षा हॉल में मौत हो गई। छात्रा ने दो पेज में उत्तर लिखे ही थे कि उसे चक्कर आ गए। परीक्षक उसे अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। शार्ट पीएम रिपोर्ट के अनुसार परीक्षा के दबाव और तनाव में छात्रा का रक्तचाप बढ़ा, जिससे दिल ने काम करना बंद कर दिया और मौत हो गई।
छत्रीपुरा पुलिस के अनुसार, जनता कॉलोनी निवासी 17 वर्षीय कृतिका पिता जगदीश प्रजापति की शुक्रवार सुबह खालसा कॉलेज (परीक्षा केंद्र) में मौत हो गई। वह शारदा कन्या विद्यालय की छात्रा थी। पिता सिलाई का काम करते हैं। परिवार में दो बहनें मोनिका, प्रियंका और छोटा भाई पीयूष है। पिता का कहना है कि कृतिका मन लगाकर पढ़ाई करती थी।
छोटे भाई को भी पढ़ाया था
परिजन ने बताया पीयूष कक्षा पांचवीं में पढ़ता है और उसकी भी परीक्षा चल रही है। कृतिका ने गुरुवार शाम दो घंटे तक उसे पढ़ाया और फिर खुद की तैयारी की। सुबह चार बजे पिता ने उठाया। सहेलियों के साथ परीक्षा देने गई थी। रोल नंबर भूल गई थी तो दौड़ते हुए घर आकर कार्ड ले गई। करीब सवा 9 बजे पड़ोसी के यहां फोन आया कि कृतिका बेहोश हो गई है, उसे सिटी नर्सिंग होम ले गए हैं।
रक्तचाप बढ़ा और...
अचानक तनाव या दबाव की वजह से छात्रा का रक्तचाप बढ़ गया और दिल ने काम करना बंद कर दिया।
डॉ. भरत वाजपेयी, फॉरेंसिक विभागाध्यक्ष, जिला अस्पताल
उत्तर लिखते-लिखते गिर पड़ी थी छात्रा
छात्रा सुबह सही टाइम (8.15) पर परीक्षा आई थी। उसने उपस्थिति पत्रक पर साइन किए। रोल नंबर लिखा। आधा घंटे में दो पेज में उत्तर लिख। इसके बाद उसे चक्कर आए और वह गिर पड़ी। शिक्षकों ने उसे संभाला और एंबुलेंस को फोन लगाया। परिजन को भी सूचना दी। थोड़ी देर बाद ही उसकी मौत हो गई। कॉपी में लिखे उत्तरों से ऐसा नहीं लग रहा है कि छात्रा को पेपर कठिन लग रहा था।
(परीक्षा हॉल का घटनाक्रम केंद्राध्यक्ष बीएस तोमर की जुबानी)