उत्तर प्रदेश के आगरा में बंदरों के आतंक से रेलवे इस कदर परेशान हो गया है कि उसने अपने चार स्टेशनों की रखवाली के लिए 6 खास तरह के गार्ड नियुक्त किए हैं। ये गार्ड हैं लंगूर, जिनके नाम हैं राजू, मंगल, पवन, मनु और उनके दोस्त।
इन लंगूरों को 2 साल के कॉन्ट्रैक्ट पर 1.5 लाख रुपए सालाना के पैकेज पर हायर किया गया है। इस तरह से देखा जाए तो ये 6 लंगूर हर साल 9 लाख रुपए कमाते हैं। आगरा ऑफिस के डिवीजनल रेलवे मैनेजर (डीआरएम) के मीडिया इंचार्ज भूपिंदर ढिल्लो ने बताया कि बंदर रेलवे केबल पर चढ़कर बहुत परेशान करते हैं।
अक्सर उन्हें करंट लगने के बाद उनका शव भी केबल पर टंग जाता है, जिससे रेलवे सेवा बाधित होती है। आगरा के ये चार स्टेशन हैं- आगरा कैंटोनमेंट, आगरा फोर्ट, राजा की मंडी और मथुरा। इन लंगूरों के साथ उनके ट्रेनर भी रहेंगे, जो रेलवे स्टेशन के साथ-साथ डीआरएम ऑफिस की भी सुरक्षा करेंगे। ये सभी 12 घंटे की शिफ्ट में काम करेंगे, जो सुबह 7 बजे से शुरू होगी। इनकी ड्यूटी लगातार गश्त लगाने की होगी, ताकि बंदरों को रेलवे स्टेशन से दूर रखा जा सके।
इतना ही नहीं, इन सभी लंगूरों और उनके ट्रेनरों का रिकॉर्ड भी रखा जाएगा। रोजाना इनकी उपस्थिति भी दर्ज की जाएगी। साथ ही अगर किसी दिन कोई अनुपस्थित रहता है तो उसकी सैलरी से करीब 400 रुपए काट लिए जाएंगे। ढिल्लो ने बताया कि इस तरह की बढ़ती घटनाओं की वजह से रेलवे के इंजीनियरिंग विभाग ने 6 लंगूरों को हायर किया है, जिससे कि वे बंदरों को रेलवे केबल से दूर रख सकें।