भोपाल। यौनशोषण के मामले में हटाए गए पन्ना के पूर्व कलेक्टर आरके मिश्रा को क्लीनचिट दे दी गई है। हालांकि उनके खिलाफ मजबूत गवाहियां मौजूद थीं और स्पष्ट हो रहा था कि पीड़ित दवाब में हैं बावजूद इसके पीड़िता के बयान बदलने का बहाना लेकर कार्रवाई का बस्ता बंद कर दिया गया।
याद दिला दें कि एक स्कूल की प्रंसीपल ने पन्ना कलेक्टर पर यौनशोषण एवं पन्ना पुलिस पर कार्रवाई ना करने का आरोप लगाते हुए आत्महत्या का प्रयास किया था। इसके तत्काल बाद पन्ना कलेक्टर को हटाकर मुख्यालय में पदस्थ कर दिया गया था।
तत्काल वरिष्ठ महिला अधिकारियों का एक दल गठित किया गया इस मामले की जांच के लिए। जांच के दौरान पन्ना पुलिस अधीक्षक, सागर कमिश्नर सहित तमाम गवाहियों में स्पष्ट हो गया था कि आरके मिश्रा उक्त महिला को प्रताड़ित कर रहे थे और महिला ने सबसे शिकायतें भी कीं थीं, लेकिन तब कोई कार्रवाई नहीं की गई थी।
जांच दल जब पीड़िता के पास पहुंचा तो पीड़िता ने बयान पलट दिए। लोगों को आश्चर्य हो रहा था कि ऐसा क्यों हुआ परंतु स्पष्ट था कि पीड़िता दवाब में है। बावजूद इसके केवल पीड़िता के बयान पलटने को आधार बनाकर मिश्रा को क्लीनचिट दे दी गई।