कर्मचारियों ने वित्त अधिकारी को बंधक बनाया

Bhopal Samachar
भोपाल। बरकतउल्ला विश्वविद्यालय में कर्मचारियों ने विभागीय पदोन्नति के आदेश की मांग को लेकर बुधवार को हंगामा कर दिया। दो दर्जन से अधिक कर्मचारी महिला वित्त अधिकारी के केबिन में घुस गए। कर्मचारी करीब 3 घंटे तक वहीं बैठे रहे। इससे वित्त अधिकारी दोपहर 12 से 3 बजे तक कमरे से बाहर नहीं निकल सकीं। इस बीच एक महिला कर्मचारी की वित्त अधिकारी के साथ हाथापाई भी हुई। पूरे मामले की शिकायत फाइनेंस ऑफिसर ने कुलपति डॉ. मुरलीधर तिवारी से की है। हालांकि बाद में वित्त अधिकारी ने कर्मचारियों की पदोन्नति फाइल पर हस्ताक्षर किए। इसके बाद मामला शांत हुआ।

बीयू कर्मचारी पिछले सोमवार से पदोन्नति की मांग को लेकर आमरण अनशन पर बैठे थे। उनकी मांगों को लेकर कुलपति और रजिस्ट्रार ने आश्वासन दे दिया था। इसके बाद भी वित्त शाखा से कर्मचारियों के पदोन्नति आदेश जारी नहीं हुए थे। इससे नाराज होकर कर्मचारी बुधवार सुबह करीब 11 बजे वित्त अधिकारी विजयलक्ष्मी बारस्कर के कमरे के सामने जमा हो गए। वित्त अधिकारी ने जब विभागीय पदोन्नति समिति की बैठक के मिनट्स में हस्ताक्षर करने से इनकार किया तो कर्मचारी भड़क गए।

महिला अधिकारी, कर्मचारी में झड़प
इस बीच जब वित्त अधिकारी ने कमरे से बाहर निकलने की कोशिश की तो महिला कर्मचारियों ने उनका हाथ पकड़कर रोक लिया। मौके पर मौजूद वित्त शाखा की ही एक अन्य महिला कर्मचारी ने जब इस पर आपत्ति जताई तो कर्मचारियों की उनके साथ कहासुनी हो गई। इस दौरान हुई धक्का-मुक्की से वित्त अधिकारी की हाथ में चोट भी आ गई।

वित्त अधिकारी ने बाद में किए हस्ताक्षर
वित्त अधिकारी का कहना था कि वे किसी भी फाइल पर हस्ताक्षर नहीं करेंगी। यह मामला कार्यपरिषद और राज्य शासन की मंजूरी के बाद ही आगे बढ़ेगा। हालांकि इस पूरे मामले के बाद वित्त अधिकारी ने कर्मचारियों की पदोन्नति की फाइल पर नियमानुसार कार्रवाई की बात लिखकर हस्ताक्षर कर दिए।

हस्ताक्षर के बाद ही माने कर्मचारी कर्मचारियों ने कहा कि 13 मार्च को हुई समिति की बैठक में कर्मचारियों को पदोन्नति का लाभ देने पर फैसला हो गया था। मौजूद समिति के चेयरमैन एके पाठक और अन्य सदस्यों सहित रजिस्ट्रार एलएस सोलंकी ने भी मिनट्स पर हस्ताक्षर कर दिए थे। बैठक में मौजूद खुद वित्त अधिकारी ने भी उस समय अपनी सहमति जताई थी, लेकिन अब वे इससे इनकार रहीं थीं, जो की गलत है।

इनका कहना है
मैं पदोन्नति समिति की सदस्य हूं। गलत होने पर अपनी बात रखने का मुझे अधिकार है। जिन पदों पर नियुक्तियां हो रही हैं, उनमें विसंगतियां हैं। इससे कार्य परिषद में रखे जाने का सुझाव दिया गया था।
विजयलक्ष्मी बारस्कर, वित्त अधिकारी, बीयू

कर्मचारी तीन दिन से भूख हड़ताल पर बैठे हैं। नए-नए नियम लाए जा रहे हैं। डीपीसी होने के बाद मिनटस को शासन से या कार्य परिषद से अनुमोदन की जरूरत नहीं है। कर्मचारी इस मनमानी का विरोध कर रहे थे।
लखन परमार, अध्यक्ष, बीयू कर्मचारी संघ

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