नई दिल्ली। ट्रेनों की लेटलतीफ़ी पर प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जवाब तलब किए जाने के बाद रेलवे पुरानी फ़ाइलों में इसका हल ढूंढ रहा है। रेलवे के अधिकारी ये जानने की कोशिश कर रहे हैं कि आपातकाल यानी इमरजेंसी के समय ट्रेनें कैसे समय से चलती थीं।
पुराने रिकॉर्ड्स से पता चलता है कि इमरजेंसी के दौरान 90 फीसदी ट्रेनें समय से चलती थीं। बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी ने रेल मंत्री सुरेश प्रभु से पूछा था कि समय से चलने वाली ट्रेनों की संख्या लगातार घट क्यों रही है।
रेलवे के अधिकारियों को बताया गया कि पीएमओ को सांसदों, मंत्रियों और आम लोगों की ओर से इस बारे में लगातार शिकायतें मिल रही थीं। इस पूरे मामले में रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा का कहना है कि प्रधानमंत्री सरकार के मुखिया हैं इसलिए वो हर मंत्रालय के काम में दिलचस्पी ले सकते हैं।