गुना। कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया है कि व्यापमं घोटाले में फंसने के बाद शिवराज सरकार अब प्रदेश के राज्यपाल रामनरेश यादव को तरह-तरह से प्रताड़ित कर रही है जबकि व्यापमं घोटाले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का नाम था लेकिन इस मामले को सीधे-सीधे राज्यपाल से जोड़ दिया गया है।
सिंह ने अपने गृह नगर राघोगढ़ में पत्रकरों से चर्चा में राज्यपाल रामनरेश यादव के बेटे शैलेश यादव की लखनऊ में मृत्यु होने पर दुख जताया और उनकी मृत्यु के कारणों की सीबीआई से जांच कराये जाने की मांग की।
सिंह ने व्यापम घोटाले के मूल प्रमाण उनके पास होने का दावा करते हुए कहा कि कंप्यूटर के डाटा को नष्ट करने के बाद भी उसे पुन: पाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि, आरोपी नितिन महेन्द्रा के कंप्यूटर से एक्सल शीट की मिरर इमेज, व्हीसल ब्लोअर ने अपने कैमरे मे ले ली थी। इस एक्सेल शीट से साबित होता है कि वास्तविक शीट में मुख्यमंत्री का नाम था, बाद में छेड़खानी करके उसमें केन्द्रीय मंत्री उमा भारती और राज्यपाल के नाम डाले गए। उन्होंने कहा कि हमने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पूरे कागज बता दिए हैं, क्योंकि प्रधानमंत्री ने कहा था कि न खाउंगा न ही खाने दूंगा। अब भी यदि प्रधानमंत्री ने कोई कार्रवाई नहीं की तो माना जाएगा कि वे खाउंगा व खाने दूंगा कि तर्ज पर चल रहे हैं।