कोडरमा। कोडरमा जेल में हत्या की सजा काट रहे कैदी बैजू यादव बीमार होने के बाद 17 मार्च को रांची रिम्स अस्पताल में इलाज कराने गया जहां उसका इलाज के बाद 18 मार्च को ठीक हो गया। कैदी के साथ कोडरमा पुलिस के एक हवलदार और तीन सिपाही में थे। इलाज के बाद कैदी को 19 मार्च को वापस कोडरमा जेल लौटना था किंतु वह सिपाहियों के साथ आसनसोल के नियामत पुर स्थित रेड अलर्ट एरिया जा पहुंचा।
जानकारी के अनुसार सभी पुलिसकर्मी सिविल वर्दी में सरकारी हथियार के साथ थे। नियामतपुर की पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया लेकिन कैदी वहां की पुलिस को चकमा देकर भाग निकलने में सफल रहा। वह सिपाहियों को छोड़कर अकेले कोडरमा जेल पहुंच गया। अपराधी बैजू यादव को अकेले देख कोडरमा पुलिस प्रशासन सकते में आ गया कि अपराधी पुलिसकर्मियों के साथ रांची गया था और अकेले कैसे लौटा।
जेल प्रशासन ने इसकी जानकारी कोडरमा एसपी वाइएस रमेश को दी। इसके बाद कोडरमा पुलिस हरकत में आई। दूसरी ओर अपराधी बैजू यादव के साथ आसनसोल गए पुलिसकर्मियों ने जब उन्हें बताया कि वे कोडरमा पुलिस से हैं तो वहीं की पुलिस ने कोडरमा संपर्क कर एसपी से बात कर मामले की जानकारी दी।
कार्य में लापरवाही बरतने को लेकर एसपी वाइएस रमेश ने हवलदार अमानत खान, सिपाही संतोष कुमार, धनंजय कुमार सिन्हा और मदन कुमार को निलम्बित कर दिया। इस मामले को लेकर एएसपी नौशाद आलम से पूरी रिपोर्ट मांगी गई है। वहीं कैदी बैजू यादव से पूछताछ की जा रही है। बबलू यादव की हत्या के मामले में बैजू यादव लंबे समय से कोडरमा जेल में बंद है और कुछ माहीने बाद ही इसकी सजा पूरी होनेवाली है।