इंदौर। ऑनलाइन शॉपिंग ने सबकुछ आसान कर दिया है परंतु जानकारी के अभाव में कुछ लोग बात का बतंगड़ बना देते हैं। इंदौर के अखबारों में आज एक खबर है कि myntra.com ने एक उपभोक्ता के साथ चीटिंग कर दी।
स्कीम नंबर 114 में रहने वाले निखिल जैन ने इंदौर की मीडिया के सामने खुलासा किया है कि उन्होंने myntra.com से जूते मंगवाए थे लेकिन जब डिलेवरी आई तो डब्बे में नए की जगह पुराने जूते निकले जो किसी ग्राहक ने उन्हें लौटा दिए थे। पार्सल में बाकायदा रिटर्न किए गए शूज की पर्ची भी थी।
इसके बाद क्या किया उपभोक्ता ने
यूज किया हुआ शूज भेजने से नाराज निखिल जैन ने शॉपिंग वेबसाइट को शिकायत की है। उन्होंने कंपनी को फोन व मेल के माध्यम से सूचना देकर अपनी नाराजगी भी जाहिर कर दी है। अब वे शूज को लौटाना चाहते हैं। श्री जैन कहते हैं 'यदि कंपनी किसी तरह की आनाकानी करेगी तो मैं कन्ज्यूमर फोरम जाऊंगा। मेरे पास ऑनलाइन बुकिंग का पूरा स्टेटस, बिल और डिब्बे में मिली रिटर्न शूज की पर्ची भी बतौर सबूत सुरक्षित है।'
लोकल मीडिया ने क्या किया
बिना जानकारी के बात का बतंगड़ बना दिया। अखबारों में खबरें कुछ इस तरह से छपीं हैं मानो बहुत बड़ा गुनाह हो गया, करोड़ों का घोटाला कर रही है myntra.com, देशभर के उपभोक्ताओं को लूटा जा रहा है और आॅनलाइन शॉपिंग तो होती ही खराब है। धोखाधड़ी की संभावनाएं बहुत ज्यादा हैं। आॅनलाइन शॉपिंग तो रिस्की है रे बाबा।
क्या मामला इतना ही संजीदा है
नहीं मामला कतई संजीदा नहीं है। इसे ह्यूमन इरर कहते हैं। मानवीय भूल। पैकिंग करने वाले कर्मचारी से गलती हो गई है, बस। myntra.com अपने उपभोक्ताओं से धोखा नहीं करती इसका सबूत तो उसी बॉक्स में रखी पर्ची से मिल जाता है जिस पर लिखा है 'रिटर्नड शूज'
मतलब यह कि किसी दूसरे ग्राहक ने myntra.com को खरीदा हुआ माल वापस किया और उसे सहर्ष स्वीकार किया गया। यदि निखिल जैन साहब भी चाहते तो मात्र 1 क्लिक पर जूते वापस भेज सकते थे। बस इस लिंक पर क्लिक करना था जो बेवसाइट पर प्रमुखता से दिखाई दे रही है।
myntra.com ना केवल उनके जूते सहर्ष वापस ले लेगी बल्कि यदि वो आपत्ति दर्ज कराते हैं कि यह जूते उन्होंने अपनी शादी के लिए खरीदे थे और गलत डिलेवरी के कारण उन्हें बाजार से मंहगे जूते खरीदने पड़े तो डिफरेंस अमाउंट का गिफ्ट वाउचर या कैशबैक बतौर मुआवजा भी देगी।
- कुछ महत्वपूर्ण बातें
- ऑनलाइन शॉपिंग की दुनियां में धोखाधड़ी की कोई गुंजाइश ही नहीं है। बस आपकी सावधानी जरूरी है। यदि आप ब्रांडेड और सिक्योर्ड साइट से शॉपिंग करते हैं तो आपके साथ चीटिंग कभी नहीं हो सकती। यदि कुछ गलती हो जाती है तो ऑनलाइन शॉपिंग साइट के संचालक खुशी खुशी अपनी गलती सुधारते हैं और आपको धन्यवाद भी अदा करते हैं।
- यदि आप पहली बार ऑनलाइन शॉपिंग कर रहे हैं तो कैश आन डिलेवरी ही लें, पहले भुगतान ना करें।
- पैकेट आ जाने पर उसे खोलकर देख दें और यदि माल खराब निकला तो डिलेवरी बॉय के हस्ताक्षर ले लें कि माल टूटा फूटा या खराब निकला है।
- आप ऐसा नहीं भी करेंगे तो कोई समस्या नहीं है।
- यदि कोई शिकायत हो तो बेवसाइट पर दिए गए विकल्पों का उपयोग करें और शिकायत भेजें।
- हर प्रोडक्ट के साथ उसको वापस भेजने की समयअवधि लिखी होती है। उस अवधि के बीच यदि आप वापस करते हैं तो कंपनी बिना कोई सवाल किए प्रॉडक्ट वापस ले लेती है और आपका पैसा आपके बैंक अकाउंट मेें रिफंड कर दिया जाता है।
- लोकल मार्केट जैसी कोई झिकझिक नहीं है, माल के बदले माल खरीदने की जरूरत भी नहीं है।
- किस पर भरोसा करें किस पर ना करें, इसकी जानकारी भोपाल समाचार डॉट कॉम पर अक्सर प्रकाशित होती रहती है। इसलिए केवल भरोसेमंद बेवसाइट से ही शॉपिंग करें।