बेंगलुरु। 81 साल के मशहूर कन्नड़ लेखक डॉ. एम. चिदानंद मूर्ति को मुख्यमंत्री के एक कार्यक्रम में न सिर्फ घसीटा गया, बल्कि उन्हें हिरासत में भी ले लिया गया। कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया के सामने ही आयोजकों ने पुलिस की मदद से वरिष्ठ लेखक को विधानसौध के बेंक्वेट हॉल से घसीटकर बाहर निकाला। हॉल से बाहर निकालने के बाद मूर्ति को उनके समर्थकों के साथ गिरफ्तार कर लिया गया। इस घटना की विपक्षी पार्टियों ने निंदा की है।
प्राचीन कवि देवरादासी मैया के जन्मदिन समारोह में यह पूरा वाकया हुआ, जहां मुख्यमंत्री बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे थे। मशहूर लेखक चिदानंद मूर्ति अपने समर्थकों के साथ कार्यक्रम में पहुंचे थे। मूर्ति का कहना था कि जेठा देवरादासी मैया का योगदान देवरादासी मैया से कहीं ज्यादा है। इसी बात पर वह और उनके समर्थक इस आयोजन का विरोध भी कर रहे थे, लेकिन इससे पहले उनका विरोध सही तरीके से सुना जाता, आयोजकों ने उन्हें घसीटकर हॉल से बाहर निकाल दिया। आयोजकों ने इसमें सिविल ड्रेस में मौजूद पुलिसकर्मियों का भी सहयोग लिया।
बाद में मूर्ति को समर्थकों के साथ हिरासत में ले लिया गया। कार्यक्रम के बाद जब मुख्यमंत्री से इस पर सवाल किया गया तो वह टाल-मटोल करते दिखाई दिए। वहीं संस्कृति मंत्री उमाश्री ने सरकार का बचाव किया। हालांकि उन्होंने यह जरूर माना कि जिस तरह से मशहूर लेखक को बाहर किया गया, वह गलत था। विपक्ष के नेता जगदीश शेट्टार ने भी पुराने साहित्यकार के प्रति इस रवैये की निंदा की।