हर्षलसिंह राठौड़/इंदौर। द इंस्टिट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेटरीज ऑफ इंडिया (आईसीएसआई) द्वारा देश के 10 नए शहरों में एग्जाम सेंटर बनाए गए हैं। स्टूडेंट्स को इसका लाभ जून 2015 में होने वाली सीएस एग्जाम से मिलना शुरू हो जाएगा। जिन दस नए एग्जाम सेंटर का चयन किया गया है, उसमें प्रदेश से उज्जैन को शामिल किया गया है।
अब उज्जैन, नागदा, शाजापुर, मक्सी, रतलाम, आगर-मालवा और घट्टिया के स्टूडेंट्स उज्जैन में ही एग्जाम दे सकेंगे। अभी तक इन क्षेत्रों के करीब एक हजार स्टूडेंट्स को एग्जाम देने इंदौर आना पड़ता था। हालांकि स्टूडेंट्स का रजिस्ट्रेशन आईसीएसआई के इंदौर चैप्टर ऑफिस से ही होगा।
गौरतलब है कि नियमानुसार 200 किमी से पहले एग्जाम सेंटर नहीं बनाया जा सकता, लेकिन स्टूडेंट्स की परेशानी को देखते हुए नियमों को शिथिल कर उज्जैन को सेंटर बनाया गया है। देश में 98 एग्जाम सेंटर हो गए हैं। प्रदेश में अब इंदौर, भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर और उज्जैन में एग्जाम होगी।
नए एग्जाम सेंटर में महाराष्ट्र अव्वल
10 नए एग्जाम सेंटर में सबसे ज्यादा सेंटर महाराष्ट्र में बनाए गए हैं। महाराष्ट्र में अहमदनगर, अकोला और अमरावती, राजस्थान में चित्तौड़गढ़ और ब्यावर, मप्र में उज्जैन, गुजरात में गांधीनगर, उप्र में झांसी, हरियाणा में पानीपत और ओडिशा में राउरकेला नए एग्जाम सेंटर होंगे।
छात्राओं को होती थी ज्यादा परेशानी
इंदौर में एग्जाम होने से अप-डाउन करने वाले स्टूडेंट्स की पढ़ाई प्रभावित होती थी। यदि वे शहर में ही ठहरते थे तो उन्हें मोटी राशि खर्च करनी होती थी। ज्यादा परेशानी छात्राओं को आती थी। स्टूडेंट्स को राहत देने के लिए उज्जैन को सेंटर बनाने की मांग की थी।
दिनेश शर्मा, चेयरमैन, इंदौर चैप्टर, आईसीएसआई
स्टूडेंट्स के हित में बदला नियम
नियमों के अनुसार 200 किमी से पहले एग्जाम सेंटर नहीं बनाया जा सकता, लेकिन इस नियम से कई स्टूडेंट्स को खासी परेशानी हो रही थी। स्टूडेंट्स के हित को देखते हुए चैप्टर ऑफिस की मांग पर सेंट्रल काउंसिल ने उज्जैन को एग्जाम सेंटर बनाया है।
आशीष गर्ग, मेंबर, सेंट्रल काउंसिल