बैतूल। मध्य प्रदेश में हाईस्कूल की परीक्षा के दौरान शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां परीक्षा के दौरान नकल पकड़ने गए उड़नदस्ते पर छात्र-छात्राओं को निर्वस्त्र कर तलाशी लेने के आरोप लगे है। आरोप है कि छात्राओं को छात्रों के सामने और छात्रों को छात्राओं के सामने ऐसा करने के लिए मजबूर किया गया। निर्वस्त्र कर चैकिंग के मामले में स्कूली शिक्षा मंत्री दीपक जोशी ने जांच के आदेश दिए है।
मामला बैतूल जिले के चिचोल ब्लॉक के हरदू गांव का है। यहां 10वीं कक्षा के छात्र-छात्राओं को सबसे सामने निर्वस्त्र कर उनकी तलाशी ली गई। नकल प्रकरण की जांच करने के लिए पहुंचे माध्यमिक शिक्षा मंडल के उड़नदस्ते पर यह आरोप लगे है।
यह घटना 17 मार्च की है लेकिन अब छात्र-छात्राएं खुलकर सामने आए है। उन्होंने जिला मुख्यालय पहुंच कर नर्मदापुरम संभाग के कमिश्नर वी.के. बाथम को पूरी घटना से अवगत कराया है।
छात्राओं के मुताबिक उन्हें भरी कक्षा में सबकी मौजूदगी में लड़कों के सामने कपड़े उतारकर तलाशी देने के लिए मजबूर किया गया। कुछ ऐसी ही शिकायत छात्रों को भी है जिन्हें छात्राओं के सामने इस तरह तलाशी के नाम पर शर्मसार किया गया।
परीक्षा में तलाशी के नाम पर आदिवासी छात्र-छात्राओं के उतरवाए कपड़े
तलाशी के नाम पर जिन छात्र-छात्राओं के साथ यह घिनौनी हरकत की गई उनके परिजन भी काफी आक्रोशित है। वह अपने बच्चों के साथ हुए अपमान की जांच करने की मांग कर रहे है। इसके साथ ही वह दोषी सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात भी कह रहे है।
बैतूल जिले में आदिवासी छात्र-छात्राओं को परीक्षा के दौरान निर्वस्त्र कर चैकिंग के मामले में स्कूली शिक्षा मंत्री दीपक जोशी ने जांच के आदेश दिए है। दीपक जोशी ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि इस तरह निर्वस्त्र कर तलाशी लेना पूरी तरह से गलत है इसे किसी भी लिहाज से जायज नहीं ठहराया जा सकता। उन्होंने भरोसा जताया कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।