ग्वालियर। माध्यमिक शिक्षा मंडल मध्यप्रदेश की 10वीं (हाईस्कूल) बोर्ड परीक्षा का अंग्रेजी का प्रश्नपत्र भी सड़कों पर आ गया। मंगलवार को इस विषय की परीक्षा सुबह 8:30 बजे से शुरू हुई। लेकिन प्रश्नपत्र WhatsApp पर लीक अल सुबह ही हो गया।
प्रश्नपत्र कलेक्टर व डीईओ समेत सभी अफसरों तक पहुंचा दिया गया। लेकिन परीक्षा पिर भी जारी रही। गौरतलब है कि इससे 12 वीं बोर्ड का बायोलोजी का पेपर भी परीक्षा शुरू होने से पहले ही सड़कों पर आ गया था। इसकी जानकारी अधिकारियों को दे दी गई थी, लेकिन इस विषय की भी परीक्षा निरस्त नहीं की गई थी।
सुबह से ही प्रश्नपत्र लीक की खबर फैलने लगी थी, लेकिन तस्दीक होने तक परीक्षा संपन्न हो गई। हालांकि इस बार पेपर नीमच से WhatsApp पर श्योपुर में शेयर हो कर अंचल में फैला है। इससे पहले भिंड में भी माध्यमिक इशक्षा मंडल का पेपर लीक हो चुका है। कड़ी सुरक्षा के प्रशासनिक दावों के बीच भी आखिरकार पेपर लीक हो जाने से प्रेदेश शिक्षा प्रशासन की प्रक्रियाओं पर सवाल उठ रहे हैं।
पहले 500 से 100 रुपए में बिका था प्रश्नपत्र
माध्मिक क्षिक्षा मंडल का 12वीं बायोलोजी का प्रश्नपत्र बाजार में 500 से 100 रुपए तक में बेचा गया था। प्रश्नपत्र किस केंद्र से लीक हुआ है, इसकी जांच के लिए कमेटी गठित कर दी गई थी। लेकिन कमेटी ने विभाग को पाक साफ करार दे कर वाकए पर पर्दा डाल दिया।
मेहनती विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़
नकल व पेपर-आउट के लिए बदनाम ग्वालियर-चंबल अंचल के साथ ही अब प्रदेश के दूसरे स्थानों पर भी पेपर लीक होने के वाकये सामने आने से समूचे प्रदेश की स्कूली शिक्षा पर सवाल उठने लगे हैं। गौरतलब है कि उच्च शिक्षा व प्रतियोगी परीक्षाएं व्यापमं व पीएससी परीक्षा की अनियनितताएं सामने आने की वजह से पहले से ही विश्वसनीयता खो चुकीं है। मेहनत के दम पर सुनहरे भविष्य के सपने देखने वाले विद्यार्थियों को इन वाकयों से निराशा हो रही है।