बुरहानपुर। विश्व धरोहर दिवस की शाम बुरहानपुर के ऐतिहासिक शाही किले में शहर का इतिहास सिमट आया। किले का पाहीन पाग शहनाई की तान और कव्वालों की स्वर लहरियों से सुशोभित हो उठा। किले में जब कदम थिरके तो मानो भारतीय संस्कृतियां एक हो आई। शहर के सात हजार से अधिक लोग इसके गवाह बने।
शाम ढलते ही पुरातत्व महत्व की वस्तुओं को निहारने शहर के लोग उमड़ पड़े। प्रदर्शनी में शहरभर के पुरातत्व प्रेमी घरों से ऐतिहासिक वस्तुओं को निकाल लाए। इसमें 300 साल पुराने टकसाल, सिक्के, नोट, फोटो, बर्तन सहित अन्य धार्मिक साहित्य दिखे। पहली बार इतनी अधिक संख्या में पुरातत्व महत्व की वस्तुओं को देख लोग आश्चर्यचकित हो उठे।
रात 8 बजे ताप्ती संग्रहालय का कलेक्टर जेपी आइरिन सिंथिया और एसपी अनिल सिंह कुशवाह ने शुभारंभ किया। संग्रहालय में अफसरों ने अंग्रेजों के काल की बंदूकें, औजार, जैन समाज की प्रतिमा और तोप को निहारा। पुरातन काल की तोप तहसील परिसर में धूल खा रही थी। पुरातत्व विभाग ने तोप का रंगरोगन कर बगीचे में रख दिया। रविवार को कलेक्टर सिंथिया की मौजूदगी में तोप को चलाकर देखेंगे।
कलेक्टर ने मंच से कहा बुरहानपुर अद्भुत शहर है। यहां हर गली में इतिहास छिपा है। घर-घर में इतिहास लिखा गया है, लेकिन हम इसे खो रहे हैं। यह छोटी-सी शुरुआत है। अभी और प्रयास करना पड़ेगा। एसपी अनिल सिंह कुशवाह ने कहा मप्र में सिर्फ बुरहानपुर एक ऐसा शहर है जहां विभिन्न धार्मिक, पुरातत्व महत्व के स्मारक और वस्तुएं है। धरोहरों को किले में प्रदर्शनी में रखा गया। प्रचार-प्रसार नहीं होने से पयर्टक नहीं पहुंच रहे। मंच पर डीएफओ एके सिंह, जिपं सीईओ बसंत कुर्रे, एएसपी बीएस बिरदे, निगमायुक्त सुरेश रेवाल, एसडीएम केआर बड़ोले, सीएसपी बीपीएस परिहार, इतिहासकार होशंग हवलदार, डॉ. एमके मेजर गुप्ता, शहजादा आसिफ, कमरुद्दीन फलक सहित अन्य गणमान्य नागरिक मौजूद थे।
300 साल पुरानी एक इंच की कुरान शरीफ
खानका वार्ड के मोहम्मद नौशाद ने एक इंच लंबी और आधा इंच चौड़ी कुरान शरीफ प्रदर्शनी में रखी। यह कुरान-ए-पाक शरीफ 300 साल पुरानी है। इसका वजन 9 ग्राम बताया है। मोहम्मद नौशाद मेप्स स्कूल के प्राचार्य हैं। यह कुरान शरीफ उनके पुरखों ने बनाई थी, जिसे मोहम्मद नौशाद आज भी सहेजे हुए हैं।