त्योहारी सीजन शुरू हो चुका है। यदि आप नई कार खरीदने की सोच रहे हैं तो यह जानकारी आपके लिए ही है। अधिकांशतः कार, लोन पर ही ली जाती हैं। ऐसे में कार लोन लेते समय कुछ बातों का ध्यान रखें।
कार लोन ले रहे हैं तो 20% डाउन पेमेंट जरूर करें
कोशिश करें कि डाउन पेमेंट ज्यादा से ज्यादा दें। कार लोन में ब्याज दर अधिक होती है। अगर ज्यादा नहीं दे सकते हैं तो न्यूनतम 20% तो डाउन पेमेंट जरूर करें। इसके साथ ही लोन भी कम अवधि के लिए ही लें।
कार लोन में क्या सही है, फिक्स्ड या फ्लोटिंग ब्याज दर !
कार लोन, फिक्स्ड व फ्लोटिंग ब्याज दर, दोनों तरह से मिलता है। कार लोन की ब्याज दर अक्सर घटती-बढ़ती रहती हैं। यह कार की कीमत, मॉडल और लोन की अवधि पर भी निर्भर करता है। लोन लेने से पहले इससे जुड़ी सभी जानकारियां जुटा लें। बैंक की वेबसाइट पर भी विजिट करें।
कार लोन में इनका भी ध्यान रखें
लोन के लिए प्रोसेसिंग फीस और प्री-पेमेंट चार्ज की जानकारी भी जरूर कर लें। कार लेने में जल्दबाजी बिल्कुल न करें। कार का बीमा डीलर से करवाने की जगह खुद ऑनलाइन करवाते हैं तो थोड़ा सस्ता पड़ेगा। कार बेचने वाले डीलर से नगद छूट के लिए भी प्रयास कर सकते हैं। अगर कैश छूट नहीं दे रहा है तो एसेसरीज के लिए बात करें।
होम लोन ईएमआई (EMI) क्या है
होम लोन लेने के बाद ग्राहक बैंक में जो रकम चुकाते हैं, उसमें ब्याज दर और मूलधन शामिल होता है, जिसे ईक्वल मंथली इंस्टॉलमेंट या इएमआई कहा जाता है।
बैंक कैसे तय करते हैं की ग्राहकों को कितना लोन मिलना चाहिए
अगर आप भी लोन लेना चाहते हैं, तो सबसे पहले आपको यह आंकलन करना होगा कि आपकी कमाई कितनी है। आपकी कमाई के हिसाब से बैंक लोन देते हैं। आप कितनी आसानी से लोन चुका सकते हैं, उसी के हिसाब से बैंक लोन की राशि प्रदान करते हैं। यानी आपकी मासिक कमाई, खर्च और परिजनों की कमाई, संपत्ति, देनदारी व आय में स्थिरता जैसे मामलों पर निर्भर करती है।