अमित शर्मा/झाबुआ। गुजरात सरकार ने शराब पर प्रतिबंध लगा दिया है लेकिन गुजरातियों का शराब प्रेम मप्र के माफिया के लिए काफी फायदेमंद साबित हो रहा है। माफिया नियमित रूप से गुजरात में अवैध शराब की सप्लाई कर रहा है। एक छोटी सी पुलिस जांच के दौरान झाबुआ पुलिस ने 50 लाख लीटर अवैध शराब जब्त की है। पुलिस ने ट्रक चालक, परिचालक व ट्रांसपोर्टर को आरोपी बनाया है परंतु माफिया की कॉलर तक पहुंचने की हिम्मत नहीं जुटा पाई।
थाना प्रभारी कोतवाली झाबुआ के अनुसार शेरसिंह बघेल एवं उनकी पुलिस टीम द्वारा गश्त के दौरान फुलमाल रोड़ पर वाहन चेकिंग किये जा रहे थे एव मुखबिर द्वारा अवैध शराब परिवहन किये जाने की भी सूचना दी गई थी। वाहन चेकिंग के दौरान ट्रक क्रमांक एमपी 09 एचएफ-2698 को भी चेक किया गया जिसमे ऊपर कपड़ो की चिन्दियाँ के बोर भरे रखे थे एवं कागजात का पूछने पर ड्रायवर एवं क्लीनर घबरा गये एवं उनके द्वारा गलत जानकारी दी जाने लगी।
पुलिस ने शंका के आधार पर ट्रक चेक किया तो उसमें शराब भरी होना पाई गई। ट्रक ड्रायवर से कागजात चाहे जाने पर उनके पास कोई कागजात नहीं थे । ट्रक ड्रायवर एवं क्लीनर ने बताया कि उनके पास कोई कागजात नहीं है, उक्त शराब को वे इंदौर से भरकर गुजरात राज्य में ले जा रहे थे। ट्रक में कुल 530 पेटियां अवैध शराब थी। अवैध शराब की कुल मात्रा 47,70,000/-ब्लक लीटर है। अवैध शराब की कुल कीमत 31,08,000/-रुपए है। अवैध शराब एवं ट्रक को जप्त किया गया।
जप्त किये गये ट्रक क्रमांक-एमपी-09-एचएफ-2698 की अनुमानित कीमत 15,00,000/-रू0 है। । ट्रक चालक एवं ट्रक क्लीनर को आरोपी बनाया जाकर उन्हें गिरफ्तार किया गया है। ट्रक का मालिक फारूक मंसुरी पिता मुनिर मंसुरी, निवासी 1119 नंदा नगर इंदौर है, जिसे भी आरोपी बनाया गया है। अब ये जनचर्चा का विषय है कि इस माल का मालिक कोन है। क्या पुलिस इनकी छानबीन कर बड़ी मछली तक पहुच पाएगी।