नई दिल्ली। भाजपा सरकार के मंत्रियों को नोटिस देने के बाद भी संजय जोशी का मामला ठंडा नहीं हुआ है। भाजपाईयों को मालूम है कि संजय जोशी का नाम लेना भी भाजपा में ना काबिल ए माफी गुनाह के बराबर है लेकिन फिर भी अमित शाह के घर के बाहर क्रांतिकारियों ने पोस्टर टांग दिए। अब अमित शाह की नींद उड़ी हुई है, कहीं ऐसा ना हो कि यह चिंगारी आग बन जाए।
संजय जोशी की पार्टी में वापसी की मांग को लेकर भाजपा के दिल्ली कार्यालय के साथ अध्यक्ष अमित शाह के घर के बाहर भी संयज जोशी का पोस्टर लगाया गया है। ये पोस्टर उनके समर्थन में लगाए गए थे। हालांकि शनिवार सुबह जैसे ही इन पोस्टर्स को देखा गया तो उनको हटा दिया गया। इन पोस्टरों और होर्डिंग्स पर संजय जोशी की घर वापसी की मांग की गई है।
पोस्टर पर संजय जोशी की वापसी की मांग के साथ लिखा है कि सबका साथ सबका विकास फिर क्यों नहीं संजय जोशी का साथ। होती है सबके मन की बात फिर क्यों नहीं करते संजय जोशी से बात हमारी सुनो मन की बात संजय जोशी की घर वापसी हो अबकी बार।
इससे पहले 6 अप्रैल को संजय जोशी के जन्मदिन पर बीजेपी के कई नेता बधाई देने गए थे, जिनमें दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी का नाम भी शामिल था। इसके अलावा जोशी को बधाई देने वाले पोस्टर्स भी लगाए गए थे। इन पोस्टर्स में बधाई देने वाले बीजेपी नेताओं के भी फोटो लगे थे।
जिन नेताओं के फोटो लगे थे, उनमें संजीव बालियान, सर्वानंद सोनवाल और श्रीपद नाईक शामिल थे। हालांकि, इन नेताओं ने मामले से अपने हाथ खींचते हुए इसे अपने समर्थकों का काम करार दिया था।