भोपाल। 2013 में केदारनाथ आपदा में लापता हुआ पन्ना जिले के व़ृद्ध श्री जगत सिंह (60) पुत्र मंगल सिंह जिंदा हैं। वो लम्बे समय तक एक गुफा में रहे और अब वहां से पैदल अपने घर के लए आ रहे थे कि तभी उत्तराखंड के टिहरी जिले में उनकी पहचान उजागर हुई और अब उत्तराखंड की पुलिस उनके परिवारजनों को तलाश रही है।
उत्तराखंड के कीर्तिनगर से आ रही खबर के अनुसार केदारनाथ आपदा के दौरान लापता मध्यप्रदेश निवासी एक व़ृद्ध शनिवार को टिहरी जिले के बागवान में स्थानीय लोगों को मिला। उसे लोगों ने स्थानीय पुलिस के हवाले कर दिया। वृद्ध ने बताया कि वह 2013 में केदारनाथ यात्रा पर अकेला ही आया था। इससे पूर्व भी आपदा में अपनों से बिछुड़ी एक महिला उत्तरकाशी और एक व्यक्ति रुद्रप्रयाग में मिल चुके हैं।
शनिवार को बागवान के व्यापारी विनोद रौथाण की दुकान के पास एक बुजुर्ग बैठा था। इस पर विनोद के पूछने पर बुजुर्ग ने अपना परिचय जगत सिंह (60) पुत्र मंगल सिंह निवासी सुंदरहा तहसील साईनगर थाना रायपुरा जिला पन्ना मध्यप्रदेश के रूप में दिया। उसने बताया कि वह जून 2013 में केदारनाथ यात्रा पर आया था। इसी बीच आपदा आ गई।
इसके बाद वह केदारनाथ में एक साधु के साथ गुफा में रहा। बाद में साधु कहीं चला गया। इसके बाद वह इधर-उधर भटकता फिर रहा है। अब वह पैदल ही अपने घर जाने के लिए निकला और शनिवार को देवप्रयाग पहुंचा। वृद्ध ने बताया कि उसके तीन लड़के और दो लड़कियां हैं। दोपहर में स्थानीय लोगों ने इसकी जानकारी प्रशासन और पुलिस को दी। इसके बाद कीर्तिनगर कोतवाल अब्बल सिंह रावत ने पुलिसकर्मी बागवान में भेजे।
कोतवाल ने बताया कि केदारनाथ आपदा में लापता हुए इस बुजुर्ग को पटवारी के हवाले कर दिया है। राजस्व उपनिरीक्षक सत्येंद्र टम्टा ने बताया कि बुजुर्ग को पटवारी चौकी में रखा गया है। उन्होंने उसके बताए पते के आधार पर रायपुरा पुलिस से मध्यप्रदेश संपर्क किया। रायपुरा पुलिस ने उनके बताए पते को सही पाया, लेकिन अभी तक पुलिस इस बुजुर्ग के गांव के लोगों से संपर्क नहीं कर पाई है।